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मेरी बहन को पद्मश्री लेने से इन्कार का पूरा अधिकार: नवीन पटनायक

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सोमवार को कहा कि उनकी बहन गीता मेहता को पद्मश्री लेने से इन्कार करने का पूरा अधिकार है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Mon, 28 Jan 2019 08:28 PM (IST)Updated: Mon, 28 Jan 2019 08:28 PM (IST)
मेरी बहन को पद्मश्री लेने से इन्कार का पूरा अधिकार: नवीन पटनायक
मेरी बहन को पद्मश्री लेने से इन्कार का पूरा अधिकार: नवीन पटनायक

नई दिल्ली, आइएएनएस। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सोमवार को कहा कि उनकी बहन गीता मेहता को पद्मश्री लेने से इन्कार करने का पूरा अधिकार है। मीडिया से यहां बातचीत में पटनायक ने कहा, 'मेरी बहन को अपनी इच्छा के अनुसार कुछ भी करने का अधिकार है।'

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गीता मेहता पटनायक की बड़ी बहन हैं और उन्होंने पिछले सप्ताह पद्मश्री स्वीकार करने से यह कहते हुए इन्कार कर दिया था कि चुनाव को कुछ ही दिन शेष बचे हैं। ऐसे में यह सम्मान स्वीकार करना मैं उचित नहीं समझती हूं। इससे लोगों के मन में गलत धारणा पैदा होगी। सरकार ने गत शुक्रवार को उन्हें पद्मश्री से सम्मानित करने का एलान किया था। गीता मेहता को एक प्रवासी भारतीय के तौर पर सम्मान के लिए चुना गया था। उन्हें साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए इस सम्मान के लिए मनोनीत किया गया था।

ओडिशा भवन में केंद्र सरकार के अधिकारियों के साथ लंबित मुद्दों की समीक्षा के बाद मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के उन आरोपों को बिल्कुल बकवास करार दिया, जिसमें उनकी सरकार को नरेंद्र मोदी द्वारा संचालित किए जाने का आरोप लगाया गया था।

उन्होंने कहा कि केंद्र को राज्य के हिस्से का 6,400 करोड़ रुपये देना है जबकि वित्तीय वर्ष समाप्त होने में केवल एक महीना बचा है। जो पैसा केंद्र सरकार को देना है उसमें से आवास के लिए 1,000 करोड़ रुपये से अधिक है। स्वास्थ्य के लिए 375 करोड़ रुपये, ग्रामीण रोजगार योजना के 400 करोड़ रुपये और कृषि के लिए 650 करोड़ रुपये शामिल हैं।

पटनायक ने कहा कि राज्य सरकार राज्य के बजट से पीने के पानी पर 3,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर चुकी है, लेकिन केंद्र ने इस मद में सिर्फ 180 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। उसमें से भी सिर्फ 80 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। गरीबी उन्मूलन की बात करें तो 200 करोड़ रुपये में से राज्य को छह करोड़ रुपये मिले हैं।


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