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गांव-गरीब तक पहुंचने में कामयाब रही सरकार : तोमर

केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि स्वयं सहायता समूह के मार्फत गरीबों का जीवन स्तर सुधारने में आशातीत सफलता मिली है।

By Manish NegiEdited By: Published: Mon, 11 Jun 2018 08:02 PM (IST)Updated: Mon, 11 Jun 2018 08:02 PM (IST)
गांव-गरीब तक पहुंचने में कामयाब रही सरकार : तोमर
गांव-गरीब तक पहुंचने में कामयाब रही सरकार : तोमर
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। केंद्र सरकार गांव, गरीब और किसानों तक पहुंचने में कामयाब रही है। केंद्रीय आम बजट का 50 फीसद से अधिक आवंटन इन्हीं क्षेत्रों पर किया गया। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि स्वयं सहायता समूह के मार्फत गरीबों का जीवन स्तर सुधारने में आशातीत सफलता मिली है। तोमर सोमवार को यहां राष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले स्वयं सहायता समूहों के सम्मान समारोह में बोल रहे थे।
दीन दयाल अंत्योदय योजना के तहत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत देशभर में गरीबों और कम आय वर्ग के लोगों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए स्वयं सहायता समूहों के गठन को सरकार प्रोत्साहन देती है। इस मामले में दक्षिणी राज्यों में जबर्दस्त सफलता मिली है, जबकि उत्तरी राज्यों की हालत संतोषजनक नहीं है। सरकार इस असंतुलन की ठीक करने के लिए विशेष अभियान चला रही है। उत्तरी व पूर्वी राज्यों में स्वयं सहायता समूह का गठन पर सरकार जोर दे रही है। इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर गरीबों को प्रोत्साहित करने की हिदायत दी गई है।
केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के गठन में महिलाओं की भूमिका अहम रही है। इन समूहों के गठन करने और वित्तीय संसाधन जुटाने में महिलाओं को बैंकों से भरपूर सहयोग मिला है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत इन समूहों को वित्तीय मदद मुहैया कराई जाती है। महिला स्वयं सहायता समूहों ने ज्यादातर ग्रामीण महिलाओं को रोजगार मुहैया कराया है। इससे जहां इन महिलाओं को धन मिला वहीं स्वंय सहायता समूहों की वित्तीय गतिविधियां तेज हुई है।
तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की प्राथमिकता में गांव, गरीब और वंचित लोगों की खुशहाली है। तभी तो 24 लाख करोड़ रुपये के आम बजट में इनकी हिस्सेदारी 14 लाख करोड़ रुपये रही। इससे अमीर व गरीब के बीच की बढ़ती खाई घटाने और गरीबी उन्मूलन में सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि इस आजीविका मिशन में फिलहाल पांच करोड़ महिलाएं हैं, जिनकी संख्या बढ़ाकर नौ करोड़ करना लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
ग्रामीण विकास मंत्री तोमर ने दो प्रमुख बातों का उल्लेख किया। पहला, आजीविका मिशन में स्वयं सहायता समूह में ज्यादा से ज्यादा लोगों को शामिल करना है, जबकि दूसरा, इसमें कर्ज के न फंसने देने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि दूसरे किसी भी सेक्टर के मुकाबले इसमें बैंकों का कर्ज कम फंसा है।

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