इंटरनेशनल सेंटर में तब्दील होगा जिन्ना हाउस, PMO की मिली मंजूरी
जिन्ना हाउस अब दिल्ली के हैदराबाद हाउस की तर्ज पर इंटरनेशनल सेंटर बनेगा। इसका इस्तेमाल उच्चस्तरीय विदेशी प्रतिनिधिमंडलों और विशिष्ट मेहमानों के साथ द्विपक्षीय बातचीत के लिए किया जाएगा।
मुंबई, एएनआइ। पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना का मुंबई स्थित घर 'जिन्ना हाउस' एक बार फिर सुर्खियों में है। जिन्ना हाउस अब दिल्ली के हैदराबाद हाउस की तर्ज पर इंटरनेशनल सेंटर बनेगा। इसका इस्तेमाल उच्चस्तरीय विदेशी प्रतिनिधिमंडलों और विशिष्ट मेहमानों के साथ द्विपक्षीय बातचीत और उनके सम्मान में भोज आदि के लिए किया जाएगा।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस बात की जानकारी विधायक मंगल प्रभात लोढ़ा को लिखे एक पत्र में दी है। सुषमा स्वराज ने कहा कि उनका मंत्रालय पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना के समुद्र किनारे स्थित बंगले को अपने नाम हस्तांतरित कराने की प्रक्रिया में है। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा इस बारे में विदेश मंत्रालय को निर्देश दे दिए गए हैं।
दरअसल लोढ़ा ने विदेश मंत्री को एक पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि जिन्ना हाउस को सांस्कृतिक केंद्र बनाया जाना चाहिए। सुषमा ने अपने पत्र में कहा, ‘प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने दिल्ली के हैदराबाद हाउस में उपलब्ध सुविधाओं की तर्ज पर विकसित करने के लिए जिन्ना हाउस के नवीनीकरण का निर्देश दिया है। इसके लिए भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद से संपत्ति के हस्तांतरण के लिए पीएमओ से मंजूरी मांगी गई थी। पीएमओ ने अब आवश्यक मंजूरी प्रदान कर दी है।’
उन्होंने बुधवार को कहा कि इस घटनाक्रम से बंगले के स्वामित्व को लेकर पैदा विवाद समाप्त हो जाएगा। उन्होंने सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा, 'भारत के विभाजन का षड्यंत्र जिस जगह हुआ है, उसका नाम अब जिन्ना हाउस नहीं रहेगा। सरकार ने सारी प्रक्रिया पूरी कर विदेश मंत्रालय को इसे अंजाम देने का निर्देश दिया है। मैंने कई बार विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया था। मैंने लगातार इससे जुड़े कागजात सरकार को भेज रहा था। मैं इस फैसले से खुश हूं।' बता दें कि मंगल प्रभात लोढ़ा मलाबार हिल से विधायक हैं। लोढ़ा ने एक बार मांग की थी कि जिन्ना हाउस को गिरा दिया जाए क्योंकि यह ‘विभाजन का प्रतीक’ है।
जिन्ना ने 1936 में कराया था निर्माण
यह बंगला मुंबई के मालाबार हिल इलाके में स्थित है और इसके पास ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का निवास है। पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना ने 1936 में इस घर का निर्माण कराया था। उस वक्त इसके निर्माण पर 2 लाख रुपये खर्च हुए थे। इस कोठी के निर्माण में अखरोट की लकड़ी और इटली के संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है। जिन्ना इस बंगल में भारत के बंटवार तक रहे जिसके बाद वह पाकिस्तान चले गए।
पाकिस्तान खरीदना चाहता है जिन्ना हाउस
पाकिस्तान ने जिन्ना हाउस को खरीदने या लीज पर लेने की इच्छा जताई है। पाकिस्तान ने हाल के वर्षों में मांग की थी कि संपत्ति उसके मुंबई स्थित वाणिज्य दूतावास को सौंप दी जाए। साल 2007 में मोहम्मद अली जिन्ना की बेटी दिना वाडिया, ने मुंबई हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर बंगले के मालिकाना हक की मांग की थी। आपको बता दें कि, दिना के बेटे नुस्ली मुंबई में ही रहते हैं, और टेक्सटाइल तथा रीयल एस्टेट का काफी बड़ा कारोबार चलाते हैं।