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फारुक अब्दुल्ला ने कहा-जिन्ना नहीं नेहरू-पटेल की वजह से हुआ भारत का बंटवारा

सांसद डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने नेहरू-पटेल को भारत-पाक विभाजन का जिम्मेदार ठहराया।

By Arti YadavEdited By: Published: Sun, 04 Mar 2018 08:22 AM (IST)Updated: Sun, 04 Mar 2018 08:26 AM (IST)
फारुक अब्दुल्ला ने कहा-जिन्ना नहीं नेहरू-पटेल की वजह से हुआ भारत का बंटवारा
फारुक अब्दुल्ला ने कहा-जिन्ना नहीं नेहरू-पटेल की वजह से हुआ भारत का बंटवारा

नई दिल्ली,(जेएनएन)। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने भारत के विभाजन को लेकर एक बार फिर से विवादित बयान दिया है। इतिहास के पन्नों को पलटते हुए सांसद डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कांग्रेस को भारत-पाक विभाजन का जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि दुनिया कहती है कि जिन्ना ने पाकिस्तान का गठन किया लेकिन यह सही नहीं है। पंडित जवाहर लाल नेहरू के कारण भारत का विभाजन हुआ और पाकिस्तान का जन्म हुआ।

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चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री जम्मू की ओर से चैंबर हाउस में आयोजित कार्यक्रम में फारूक ने कहा कि देश को आजादी मिलने के बाद जब अलग मुस्लिम राष्ट्र के गठन का मुद्दा उठा तो एक कमीशन बना जिसने भारत को विभाजित करने की बजाय अल्पसंख्यकों को विशेष अधिकार देने की सिफारिश की। फारूक ने कहा कि जिन्ना ने कमीशन का यह प्रस्ताव मान लिया। पाकिस्तान बनाने से पीछे हट गए लेकिन जवाहर लाल नेहरू, सरदार पटेल व मौलाना आजाद को यह मंजूर नहीं था। इसी कारण भारत का विभाजन हुआ। फारूक ने कहा कि उस समय जो नफरत के बीज बोये गए, उसकी कीमत देश आज तक चुका है लेकिन कब तक धर्म, जाति व क्षेत्र के आधार पर हम लोगों को बांटते रहेंगे?

पूर्व मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के साथ भाजपा-पीडीपी पर भी साधते हुए कहा कि राजनीतिक पार्टियां कुर्सी बचाने के लिए लोगों को धर्म व क्षेत्र के आधार पर बांट रही है। कश्मीर में पीडीपी 'अल्ला' के नाम पर वोट मांग रही है तो जम्मू में भाजपा 'राम' के नाम पर। कार्यक्रम में मौजूद जम्मू के उद्योगपतियों व व्यापारियों से 'धर्म' से ऊपर उठकर सोचने की अपील करते हुए फारूक ने कहा कि जब 'ऊपर वाले'(भगवान) ने इंसान बनाते समय फर्क नहीं किया तो हम धर्म के नाम पर लोगों को बांटने वाले कौन होते है? फारूक ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व अचानक धर्म की राजनीति तेज हो गई है और लोगों को धर्म के नाम पर बांटा जा रहा है लेकिन फारूक ने कभी ऐसी राजनीति नहीं की और भविष्य में भी कभी नहीं करेंगे। जम्मू-कश्मीर के तीनों हिस्सों को एकजुट रखने की अपील करते हुए फारूक ने कहा कि कश्मीर, जम्मू व लद्दाख का एक-दूसरे से अटूट बंधन है जिसे मजबूत बनाना सबका धर्म है।

जल्द निकलेगा भाजपा का जनाजा

उत्तर-पूर्व में भाजपा की जीत पर सवाल पूछे जाने पर डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि एक समय था जब उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक, चारों ओर इंदिरा गांधी का परचम होता था लेकिन आज कांग्रेस पूरे देश में साफ हो गई है। लिहाजा भाजपा का जनाजा भी जल्द ही निकलेगा। फारूक ने कहा कि चुनाव आते-जाते हैं और पार्टियां हारती-जीतती रहती है, जो कल सत्ता में था, आज विपक्ष में है और जो आज विपक्ष में है, वो कल सत्ता में हो सकती है। यहीं राजनीति और लोकतंत्र है।

हिन्दू मुझे मुस्लिम तो मुस्लिम मुझे काफिर मनाते है

आए दिन 'राम' के भजन गाकर चर्चा में आने वाले पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि वह टोपी पहनते है और उनका धर्म मुस्लिम है। इसलिए हिन्दू उन्हें मुस्लिम मानते है लेकिन वह राम के भजन गाते है क्योंकि उन्हें दिल से राम से लगाव है। इसलिए मुस्लिम उन्हें काफिर मानते है लेकिन उनका सबसे बड़ा धर्म इंसानियत है और इसके लिए उन्हें किसी के प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं।

देश को बचाना है तो जम्मू-कश्मीर को बचाओ

जम्मू-कश्मीर में लगातार जारी हिंसा व आतंकवादी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पाक समेत अन्य घटक दलों से बातचीत करने की वकालत करते हुए फारूक ने कहा कि जम्मू-कश्मीर देश का मुकुट है और इसे बचाने व यहां अमन-शांति बहाल करने के लिए गंभीर प्रयास होने चाहिए। दिल्ली समझता है कि उसे कश्मीर समस्या का पता है लेकिन वो आज तक कभी कश्मीर समस्या को समझ ही नहीं पाया, यहीं कारण है कि आज तक यह मसला हल नहीं हो पाया।


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