लोकसभा में राजस्थान के सांसदों ने की फिल्म 'पानीपत' पर प्रतिबंध लगाने की मांग, पोस्टर फाड़ा
राजस्थान के दो लोकसभा सदस्यों ने बॉलीवुड फिल्म पानीपत पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। राजस्थान के दो लोकसभा सदस्यों ने बॉलीवुड फिल्म 'पानीपत' पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। सांसदों ने दावा किया है कि ऐतिहासिक तथ्यों से परे जाकर इस फिल्म में भरतपुर रियासत के महाराजा सूरजमल की खराब छवि दिखाई गई है।
हनुमान बेनीवाल ने उठाया मुद्दा
शून्यकाल के दौरान राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि फिल्म में राजस्थान और हरियाणा के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है। उन्होंने मांग की कि या तो केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड द्वारा प्रतिबंध लगाया जाए या संबंधित दृश्य हटाया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो देश भर में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
बेनिवाल ने कहा कि राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लोग फिल्म के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले सेंसर बोर्ड द्वारा 15 फिल्मों पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है।
ऐतिहासिक तथ्यों को दूसरे रूप में दिखाने का दावा
भाजपा के सुमेधानंद सरस्वती ने भी फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों को दूसरे रूप में दिखाने का दावा किया। उन्होंने कहा कि इससे स्थानीय भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि फिल्म के खिलाफ हरियाणा और दिल्ली जैसे राज्यों में प्रदर्शन हुए हैं। जयपुर के कई सिनेमा घरों में फिल्म का प्रदर्शन रोक दिया गया है।
जयपुर के सिनेमाहाल में तोड़फोड़
उधर, राजस्थान में फिल्म पानीपत का विरोध लगातार जारी है। इसके विरोध में महाराजा सूरजमल की रियासत रही भरतपुर शहर में मंगलवार को व्यापारियों ने बाजार बंद रखे। वहीं, जयपुर में एक सिनेमाहाल में तोड़फोड़ की गई। इस बीच, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस मामले में ट्वीट कर कहा है कि सेंसर बोर्ड इस विवाद का संज्ञान ले और हस्तक्षेप करे।
राजस्थान में शुक्रवार को फिल्म पानीपत की रिलीज के बाद से इस विवाद की शुरुआत हुई है और तब से राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन किए जा रहे हैं। भरतपुर में पिछले सोमवार को व्यापारियों ने बाजार बंद रखे और फिल्म का पुतला जलाया गया। वहीं, जयपुर के एक सिनेमाहॉल में इस फिल्म के विरोध में तोड़फोड़ की गई।