MP Poltics: मध्य प्रदेश में कमल नाथ के बाद स्पीकर प्रजापति की भी विदाई तय
अब विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति को भी भाजपा हटाएगी। प्रजापति द्वारा खुद से इस्तीफा नहीं देने की स्थिति में सत्ता पक्ष द्वारा उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है।
भोपाल, स्टेट ब्यूरो। कमल नाथ के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद अब विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति को भी भाजपा हटाएगी। प्रजापति द्वारा खुद से इस्तीफा नहीं देने की स्थिति में सत्ता पक्ष द्वारा उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है। इस्तीफा देने की स्थिति में राज्यपाल द्वारा नए विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होने तक उन्हें प्रभारी स्पीकर बनाए रखने या फिर सत्ता पक्ष उनके स्थान पर नए विधानसभा अध्यक्ष चुनाव होने तक प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति करा सकती है।
विधानसभा चुनाव के बाद कमल नाथ सरकार ने विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में नर्मदा प्रसाद प्रजापति को उतारा था जिनके खिलाफ भाजपा ने सातवीं बार के विधायक विजय शाह को प्रत्याशी बनाया था। विधानसभा अध्यक्ष का सर्वसम्मति से चुनाव नहीं होने की स्थिति बनी और प्रोटेम स्पीकर दीपक सक्सेना ने नर्मदा प्रसाद प्रजापति को विधानसभा अध्यक्ष चुनने की घोषणा की थी।
विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद सवा साल में हुए तमाम सत्रों में सदन की कार्यवाही के दौरान भाजपा के वरिष्ठ विधायकों के साथ जिस तरह का उनका रवैया रहा, उसे भाजपा विधायक दल भूल नहीं पाया है।
भार्गव-शाह-बिसेन या वर्मा बनाए जा सकते हैं प्रोटेम स्पीकर
कमल नाथ के इस्तीफे के बाद नर्मदा प्रसाद प्रजापति का भी विधानसभा अध्यक्ष पद से हटना तय हैं। सरकार गठन के बाद प्रजापति के भविष्य पर फैसला होने के संकेत हैं। विधानसभा अध्यक्ष के इस्तीफे की स्थिति में भाजपा विधायक दल के नेता द्वारा प्रोटेम स्पीकर के लिए राज्यपाल से अनुशंसा की जाएगी। बताया जाता है कि प्रोटेम स्पीकर के लिए भाजपा में सबसे वरिष्ठ विधायक गोपाल भार्गव या सातवीं बार के विधायक विजय शाह, गौरीशंकर बिसेन या करण सिंह वर्मा के नाम की चर्चा है। प्रोटेम स्पीकर नए विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव कराएंगे।
इस्तीफा होने पर प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति विधानसभा अध्यक्ष का इस्तीफा होने पर प्रोटेम स्पीकर बनाया जाएगा जो नए विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव कराएगा।
- बीडी इसरानी, पूर्व प्रमुख सचिव, मप्र विधानसभा