MP Politics: शिवराज शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल के विस्तार पर संशय बरकरार
शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार का लंबे समय से लटका हुआ है। वजह पार्टी आलाकमान द्वारा मप्र के नेताओं को दिल्ली आने के लिए समय न देना बताया जा रहा है।
भोपाल, राज्य ब्यूरो । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कब करेंगे, इस पर सस्पेंस कायम है। विस्तार तब हो पाएगा, जब शामिल किए जाने वाले नामों पर पार्टी हाईकमान से मंजूरी नहीं मिल जाती। रविवार को दिनभर दिल्ली से बुलावे का इंतजार होता रहा, लेकिन देर रात तक हरी झंडी नहीं मिल पाई।
लंबे समय से लटका हुआ है शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार
गौरतलब है कि शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार का लंबे समय से लटका हुआ है। वजह पार्टी आलाकमान द्वारा मप्र के नेताओं को दिल्ली आने के लिए समय न देना बताया जा रहा है। पिछले हफ्ते दिल्ली से संदेश दिया गया था कि 31 मई के बाद विस्तार के बारे में चर्चा की जाएगी।
इसलिए यह उम्मीद लगाई जा रही थी कि मुख्यमंत्री चौहान के साथ-साथ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा एवं संगठन महामंत्री सुहास भगत एक जून को दिल्ली जाकर विस्तार के स्वरूप पर चर्चा करेंगे। दिल्ली में मुख्यमंत्री की पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी चर्चा होनी है। लिहाजा रविवार को दिनभर दिल्ली से बुलावे का इंतजार होता रहा, लेकिन रात 10 बजे तक वहां से कोई संदेश नहीं आया।
दो जून को विस्तार की संभावना कम
चर्चा तो यह भी चलती रही कि दो जून को मंत्रिमंडल का शपथ समारोह होगा, लेकिन अब इसकी संभावना न के बराबर रह गई है। हालांकि प्रदेश स्तर पर मुख्यमंत्री और संगठन के बीच संभावित नामों को लेकर कई दौर की बातचीत हो गई है। रविवार की सुबह भी चौहान के साथ वीडी शर्मा और भगत की चर्चा हुई। शपथ लेने वाले तमाम विधायक पिछले कई दिनों से भोपाल में ही डटे हुए हैं। सूत्र बताते हैं कि 28 नए मंत्रियों को शपथ दिलाने की तैयारी है। शपथ राजभवन में होती है या किसी अन्य स्थान पर यह भी तय होना बाकी है।