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MP Byelection 2020: फूल सिंह बरैया के सामाजिक बहिष्कार की मांग, अदालत में निजी इस्तगासा दायर करने की तैयारी

मध्य प्रदेश के दतिया जिले की भांडेर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी फूल सिंह बरैया के सामाजिक विद्वेष फैलाने वाले बयानों की चहुंओर निंदा हो रही है। संस्कृति बचाओ मंच ने सोशल मीडिया में वायरल बयान को सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाला करार दिया है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Tue, 13 Oct 2020 09:13 PM (IST)Updated: Tue, 13 Oct 2020 09:13 PM (IST)
MP Byelection 2020: फूल सिंह बरैया के सामाजिक बहिष्कार की मांग, अदालत में निजी इस्तगासा दायर करने की तैयारी
दतिया जिले की भांडेर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी फूल सिंह बरैया।

 भोपाल, राज्‍य ब्यूरो। मध्य प्रदेश के दतिया जिले की भांडेर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी फूल सिंह बरैया के सामाजिक विद्वेष फैलाने वाले बयानों की चहुंओर निंदा हो रही है। संस्कृति बचाओ मंच ने सोशल मीडिया में वायरल बयान को सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाला करार देते हुए कहा कि बरैया का सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए। वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता अजय दुबे ने इस मामले में अदालत में निजी इस्तगासा दायर करने की तैयारी कर ली है। एक-दो दिन में वे याचिका दायर करके चुनाव आयोग और पुलिस प्रशासन को बरैया के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए निर्देशित करने की मांग करेंगे।

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बरैया का बयान सामाजिक ताना-बाना को नष्ट करने वाला 

संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी का कहना है कि बरैया के जो वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुए हैं, वे समाज में जहर घोलने वाले हैं। ऐसे बयानों से सांप्रदायिक तनाव फैलता है। बरैया का तो सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए। नेता होने का यह अर्थ कतई नहीं है कि वे कुछ भी बोलें। यदि इसकी प्रतिक्रिया में सवर्ण समाज ने कदम उठा लिया तो सामाजिक ताना-बाना ही नष्ट हो जाएगा। ऐसी परिस्थिति बनने की जिम्मेदारी किसकी होगी? कांग्रेस हाइकमान को न सिर्फ बरैया पर कार्रवाई करनी चाहिए, बल्कि ऐसे लोगों को प्रत्याशी बनाने से पहले दस बार सोचना चाहिए। 

वीडियो वायरल होने से प्रदेश की राजनीति गरमाई

उधर, सामाजिक कार्यकर्ता अजय दुबे ने कहा कि चुनाव आयोग हो या फिर पुलिस प्रशासन इतने गंभीर मामले में जिस तरह का रवैया दिख रहा है, वह निराशाजनक है। प्रदेश की कानून-व्यवस्था और सामाजिक ताने-बाने को प्रभावित करने वाले इस बयान पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर अदालत में निजी इस्तगासा दायर किया जाएगा। इसके लिए सभी जरूरी तैयारियां कर ली गई हैं।

साथ ही, कलेक्टर के माध्यम से मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय चुनाव आयोग को जो रिपोर्ट भेजेगा, उसकी प्रति लेकर याचिका में लगाई जाएगी, ताकि संबंधितों की जिम्मेदारी भी तय हो सके। गौरतलब है कि बरैया के दो वीडियो वायरल हुए थे। एक में वे सवर्ण समाज को विदेशी बता रहे हैं तो दूसरे में सवर्ण महिलाओं के लिए आपत्तिजनक बातें कहते दिखाई दे रहे हैं। चुनाव के दौरान ये वीडियो वायरल होने से प्रदेश की राजनीति भी गरमाई हुई है। 


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