Move to Jagran APP

MP Byelection 2020: बसपा की मौजूदगी से अनुसूचित जाति वोटों का होगा ध्रुवीकरण

उपचुनाव को बसपा एक अवसर के रूप में देख रही है और अपना वोट बैंक वापस हासिल करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। सियासत के जानकारों का मानना है कि बसपा की मौजूदगी से वोटों का ध्रुवीकरण अब बसपा कांग्रेस और भाजपा तीनों दलों में होगा।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sat, 10 Oct 2020 07:11 PM (IST)Updated: Sat, 10 Oct 2020 07:11 PM (IST)
MP Byelection 2020: बसपा की मौजूदगी से अनुसूचित जाति वोटों का होगा ध्रुवीकरण
एमपी उपचुनाव में बहुजन समाज पार्टी का चुनाव निशान।

भोपाल, राज्‍य ब्यूरो। मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में बहुजन समाज पार्टी ने सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की रणनीति अपनाकर अनुसूचित जाति के वोट बैंक में धु्रवीकरण का रास्ता साफ कर दिया है। पार्टी 27 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। मलहरा विधानसभा क्षेत्र से भी एक-दो दिन में उम्मीदवार घोषित कर दिया जाएगा। बसपा के मैदान में होने से अनुसूचित जाति के वोट बसपा, कांग्रेस और भाजपा में बंट जाएंगे। 

loksabha election banner

कांग्रेस की दलील- पिछला चुनाव भी बसपा ने लड़ा था मगर नतीजे हमारे पक्ष में थे 

2018 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी का वोट बैंक कांग्रेस की ओर चला गया था। इसकी बड़ी वजह अनुसूचित जाति/जनजाति अधिनियम रहा था। अब उपचुनाव को बसपा एक अवसर के रूप में देख रही है और अपना वोट बैंक वापस हासिल करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है।

सियासत के जानकारों का मानना है कि बसपा की मौजूदगी से वोटों का ध्रुवीकरण अब बसपा, कांग्रेस और भाजपा तीनों दलों में होगा। बसपा का वोट-बैंक बढ़ तो सकता है, लेकिन ऐसा हुआ तो कांग्रेस के वोट बैंक के प्रभावित होने की आशंका बढ़ जाएगी। मालूम हो, ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित छह सीटें हैं। यह क्षेत्र कभी बसपा के व्यापक प्रभाव वाला क्षेत्र रहा है। 

बसपा का दावा- मान-सम्मान की लड़ाई है 

सभी सीटों पर उपचुनाव लड़ने को लेकर बसपा की ओर से कहा जा रहा है कि यह मान-सम्मान की लड़ाई है। वोटों का ध्रुवीकरण नहीं होगा, क्योंकि अनुसूचित जाति वर्ग के लिए बसपा ही मैदान में होती है। उधर, कांग्रेस की ओर से बताया जा रहा है कि बसपा पिछले विधानसभा चुनाव में भी मैदान में थी। जो नतीजे आए, वह कांग्रेस के पक्ष में थे। भाजपा ने षड्यंत्र से जनता की चुनी हुई सरकार गिराई थी। 

बसपा के प्रदेश अध्‍यक्ष रमाकांत पिप्पल ने कहा कि उपचुनाव में हमारा वोट बैंक बढ़ेगा। सत्ता की चाबी हमारे पास रहेगी और हमारे बगैर कोई भी सरकार नहीं बना सकेगा। धु्रवीकरण जैसी बात नहीं है, क्योंकि अनुसूचित जाति वर्ग के लिए हमेशा हमारी पार्टी ही मैदान में होती है। 

कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्‍ता दुर्गेश शर्मा ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में जनता ने कांग्रेस के पक्ष में फैसला सुनाया था। बसपा के मैदान में होने से फर्क नहीं पड़ेगा। जनता ने तय कर लिया है कि एक बार फिर कांग्रेस को सत्ता में लाकर बाकी दलों को सबक सिखाना है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.