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मोदी ने कहा, सीमा पार के पल्लवित और पोषित आतंकवाद का शिकार है भारत

सऊदी के अरबी और अंग्रेजी अखबार को दिए साक्षात्कार में मोदी ने आतंकवाद को पनाह देने के लिए पाकिस्तान पर किया परोक्ष हमला

By Jagran News NetworkEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 09:03 PM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 12:54 AM (IST)
मोदी ने कहा, सीमा पार के पल्लवित और पोषित आतंकवाद का शिकार है भारत
मोदी ने कहा, सीमा पार के पल्लवित और पोषित आतंकवाद का शिकार है भारत

रियाद, प्रेट्र। पाकिस्तान पर परोक्ष हमला करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत सीमा पार के पल्लवित और पोषित आतंकवाद का शिकार है। उन्होंने सभी देशों से कहा कि वो एक दूसरे के खिलाफ आतंकवाद का इस्तेमाल करना बंद करें। अपने यहां आतंकवादी संगठनों के ठिकानों को ध्वस्त करें और उन्हें आर्थिक मदद रोकें।

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अरबी भाषा के अखबार 'ओकाज' और अंग्रेजी दैनिक 'सऊदी गजट' में बुधवार को प्रकाशित इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा है कि भारत सभी तरह के चरमपंथ और आतंकवाद की कड़ी निंदा करता है। यह संयोग है कि पुलवामा हमले के तुरंत बाद सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस सलमान की पहली भारत यात्रा के समय यह साक्षात्कार प्रकाशित हुआ है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत दशकों से आतंकवाद से पीड़ित है, जिसमें हजारों मासूम लोगों की जान गई है। सऊदी अरब के खास मित्र पाकिस्तान का नाम लिए बिना पीएम ने कहा कि इस आतंकवाद को सीमा पार से पनाह और समर्थन मिलता है। चरमपंथ और आतंकवाद को सभी देश और समाज का दुश्मन बताते हुए उन्होंने इसे किसी खास मजहब, जाति या संस्कृति के साथ जोड़ने की कोशिश को भी नकार दिया।

आतंकविरोधी, समुद्री संचार लाइन की सुरक्षा और मुक्त नौपरिवहन के क्षेत्र में भारत और सऊदी के बीच सहयोग की संभावनाओं के बारे में उन्होंने कहा कि आतंकवादरोधी, सुरक्षा और रक्षा के क्षेत्र में गुजरते साल के साथ दोनों देशों के संबंध मजबूत हुए हैं। समुद्री क्षेत्र की सुरक्षा, मनी लांड्रिंग, ड्रग तस्करी, मानव तस्करी, अवैध प्रवास और अपराध को रोकने के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच नजदीकी संबंध हैं। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में आपसी संबंधों को और मजबूत करने के लिए दोनों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की बातचीत होगी।

 मोदी ने कहा कि दोनों देश भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझेदारी परिषद के गठन की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता, शांति और सुरक्षा के लिए दोनों देशों के संबंध प्रमुख घटक हैं।

गुजरात में 44 अरब डॉलर के रत्नागिरी रिफाइनरी प्रोजेक्ट में सऊदी कंपनी अरामको की 50 फीसद साझेदारी का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में निवेश करने की इच्छुक सऊदी बेसिक इंडस्ट्रीज कॉर्प का भी स्वागत है।


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