छह घंटे साथ रहेंगे मोदी-चिनफिंग, हल्की-फुल्की बातों के साथ गंभीर मुद्दों पर होती रहेगी बातचीत
चेन्नई से तकरीबन 50 किलोमीटर दूर स्थित इस बेहद प्राचीन शहर में मोदी और चिनिफंग की मुलाकात से पहले दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच जबरदस्त कूटनीतिक गतिविधियां जारी है।
मामल्लापुरम, जयप्रकाश रंजन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी चिनफिंग विगत साढ़े पांच वर्षों में इतनी बार मिल चुके हैं कि अब विदेश मंत्रालय के अधिकारियों को भी याद नही है कि उनके बीच महाबलीपुरम यानी मामल्लापुरम में होने वाली मुलाकात का नंबर क्या है। एक अधिकारी के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच कम से कम दो दर्जन बार द्विपक्षीय मुलाकात हो चुकी है। पिछले तीन महीने के भीतर ही इनके बीच होने वाली यह दूसरी द्विपक्षीय मुलाकात है। संभवतः इस साल के अंत से पहले एक द्विपक्षीय बैठक और होगी। विदेश मंत्रालय के अधिकारी मानते हैं कि इस बार भी दोनों नेताओं के बीच की मुलाकात हाल के दिनों में रिश्तों में घुले तनाव को खत्म कर देंगे।
पांच वर्षों में भारत की तीन बार यात्रा कर चुके चिनफिंग
चेन्नई से तकरीबन 50 किलोमीटर दूर स्थित इस बेहद प्राचीन शहर में मोदी और चिनिफंग की मुलाकात से पहले दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच जबरदस्त कूटनीतिक गतिविधियां जारी है। चीन सरकार से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक, राष्ट्रपति शिनफिंग ने अपने कार्यकाल में जिन देशों के साथ रिश्तों को सबसे ज्यादा अहमियत दी है उसमें भारत का नाम सबसे ऊपर आता है। पांच वर्षों में भारत की तीन बार यात्रा करके उन्होंने यह साबित किया है। इस बार भी जब रिश्ते को लेकर तरह तरह के कयास लगाये जा रहे हैं तो शिनफिंग 100 अधिकारियों के दल के साथ चेन्नई पहुंच चुके हैं। उसी तरह से मोदी ने भी वर्ष 2014 में पीएम पद संभालने के बाद से शिनफिंग के साथ पर्सनल केमिस्ट्री बनाने पर खास ध्यान दिया है।
मोदी-चिनफिंग छह घंटे तक रहेंगे साथ
भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारी सारे इंतजामों को अंतिम रूप देने के बाद अब दोनों नेताओं के बीच होने वाली बातचीत को आकार देने में लगे हैं। शुक्रवार से शनिवार दोपहर तक दोनों नेता एक-दूसरे के साथ छह घंटे तक रहेंगे। पीएम मोदी शिनफिंग की आगवानी उन ऐतिहासिक धराहरों के पास करेंगे, जिनका ताल्लुक चीन की संस्कृति पर अभी तक दिखता है। अधिकारियों के मुताबिक, यह अनौपचारिक वार्ता है, लेकिन इस तरह से पूरा रोडमैप तैयार किया गया है कि दोनों नेता हल्के-फुल्के बातों के साथ द्विपक्षीय रिश्तों से जुड़े गंभीर मुद्दों पर भी सहजता से बात कर सकें। दोनों नेताओं की तरफ से जो भी मुद्दा उचित समझा जाएगा, उसे उठाया जाएगा और उस पर बात जारी रखी जाएगी। देर रात में पीएम मोदी की तरफ से एक रात्रिभोज का आयोजन किया गया है, जिसमें मोदी व शिनिफंग के अलावा दोनो पक्षों के 8-8 सदस्य शामिल होंगे। ये वहीं सदस्य हैं, जो शनिवार को होने वाली द्विपक्षीय मुलाकात में सबसे अहम होंगे।
इसे भी पढ़ें: बदले-बदले से नजर आएंगे साहब, राष्ट्रपति कम CEO की भूमिका में दिखेंगे चिनफिंग