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मोदी सरकार छात्रों को अब पढ़ाई के साथ-साथ रोजगार के काबिल भी बनाएगी

बीए प्रोफेसनल्स बीएससी प्रोफेशनल्स और बीकॉम प्रोफेसनल्स कोर्स ग्रेजुएट कोर्स की तरह तीन साल के ही होंगे।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 18 Jun 2018 08:44 PM (IST)Updated: Mon, 18 Jun 2018 08:44 PM (IST)
मोदी सरकार छात्रों को अब पढ़ाई के साथ-साथ रोजगार के काबिल भी बनाएगी
मोदी सरकार छात्रों को अब पढ़ाई के साथ-साथ रोजगार के काबिल भी बनाएगी

अरविंद पांडेय। नई दिल्ली। रोजगार की चुनौती से निपटने के लिए सरकार ने छात्रों को अब पढ़ाई के साथ रोजगार के योग्य तैयार करने की योजना पर काम शुरु किया है। इसके तहत विश्वविद्यालय अब छात्रों को ग्रेजुएशन के साथ-साथ प्रोफेशनल की डिग्री भी देंगे। इसके लिए उन्हें अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान एक हजार घंटे का प्रैक्टिकल करना होगा। इसे लेकर खास तरह के कोर्स डिजाइन किए जा रहे है, जो बीए प्रोफेसनल्स बीएससी प्रोफेशनल्स और बीकॉम प्रोफेसनल्स के नाम से जाने जाएंगे। खासबात यह है कि यह सभी कोर्स ग्रेजुएट कोर्स की तरह तीन साल के ही होंगे।

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-विश्वविद्यालय देगें अब ग्रेजुएशन के साथ प्रोफेशनल्स की भी डिग्री

-बीए, बीएससी और बीकॉम प्रोफेशनल्स के नए कोर्स होंगे शुरू, तीन वर्षीय ही रहेंगे यह कोर्स

-एक हजार घंटे का प्रैक्टिकल होगा जरूरी

मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के अनुसार सभी कोर्स अगले शैक्षणिक सत्र से शुरू हो जाएगे। साथ ही बताया कि इन कोर्स के शुरु होने के बाद छात्रों को ग्रेजुएशन के बाद भी नौकरी के अवसर मौजूद रहेंगे। उन्होंने कहा कि अभी बीए, बीएससी और बीकॉम की पढ़ाई करके निकलने वालों के पास कोई स्किल न होने के चलते रोजगार के अवसर नहीं मिल पाते है। नए कोर्स को तैयार करने पर काम कर रहे अधिकारियों के मुताबिक इनमें एक हजार घंटे का जो प्रैक्टिकल रहेगा, वह बाजार की जरूरत को देखते हुए खास तरह के होंगे।

इस सबके बीच यूजीसी ने इन प्रोफेसनल कोर्स को लेकर देश भर के विवि से राय भी मांग की है। साथ ही इसके लिए निजी क्षेत्र में काम करने वाली कंपनियों से भी सलाह लेने का फैसला लिया गया है। मौजूदा समय में सरकार ने ऐसी पहल स्कूली शिक्षा में भी की है। जहां छात्रों को अब छठवीं से ही व्यवसायिक कोर्स पढ़ाने की तैयारी की जा रही है। अभी यह स्कूलों में नौवीं से पढ़ाया जाता रहा है। इसके तहत छात्रों को हेल्थ केयर, हेल्थ मैनेजमेंट, रिटेल मैनेजमेंट, आईटी स्किल, आर्ट, पेंटिंग और खाना बनाने व उसे सुरक्षित रखने जैसी जानकारियां दी जा रही है।

सरकार का मानना है कि यह सभी ऐसे क्षेत्र है, जहां रोजगार की ज्यादा संभावना है। अभी यह कोर्स देश भर के सभी केंद्रीय विद्यालयों में पढ़ाया जा रहा है, लेकिन छात्रों के लिए यह स्वैच्छिक है।


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