मोदी सरकार ने कश्मीर में हालात को बिगाड़ने पर कसा शिकंजा, आधा दर्जन ट्विटर एकाउंट होंगे बंद
कुछ ट्विटर एकाउंट कश्मीर में पाकिस्तान के एजेंडे को हवा दे रहे हैं और झूठी सूचनाओं का प्रसार करके समूचे राज्य में शांति व्यवस्था को भंग करने में जुटे हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म करने के बाद वहां की स्थिति को सामान्य बनाए रखने के लिए सोशल मीडिया की भूमिका को देखते हुए सरकार बेहद सतर्क हो गई है। सरकार ने कश्मीर से संबंधित अलगाववादियों की तरफ से सोशल मीडिया पर चलाए जा रहे दुष्प्रचार और हालात को बिगाड़ने की कोशिशों पर शिकंजा कसने का फैसला किया है।
इसकी शुरुआत करते हुए ट्विटर इंडिया से आधा दर्जन से अधिक एकाउंट पर रोक लगाने को कहा गया है। इनमें पाक परस्त हुर्रियत नेता सैयद अली गिलानी और वॉयस ऑफ कश्मीर के ट्विटर एकाउंट भी शामिल हैं।
संसद में धारा 370 हटाने के बाद जम्मू कश्मीर में संभावित हिंसा को रोकने के लिए सरकार ने कई ऐहतियाती कदम उठाये थे। इन उपायों में कश्मीर में इंटरनेट की उपलब्धता को सीमित करने जैसे उपाय भी शामिल थे।
सूत्र बताते हैं इसके बावजूद ऐसा देखा जा रहा है कि कुछ ट्विटर एकाउंट से तरह-तरह की बयानबाजी की जा रही है। ये ना सिर्फ कश्मीर में पाकिस्तान के एजेंडे को हवा दे रहे हैं बल्कि झूठी सूचनाओं का प्रसार करके समूचे राज्य में शांति व्यवस्था को भंग करने में जुटे हैं।
सूत्र बताते हैं कि जांच एजेंसियां कई दिनों से ट्विटर पर ऐसे एकाउंट पर नजर रखे हुए थीं। अभी सिर्फ सात एकाउंट को प्रतिबंधित करने की सिफारिश की गई है, लेकिन आने वाले दिनों में इनकी संख्या और बढ़ाई जा सकती है।
एजेंसियों की सूचना के आधार पर गृह मंत्रालय ने सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को इन एकाउंट की जानकारी देकर इन पर कार्यवाही करने को कहा है। गृह मंत्रालय के इस प्रस्ताव पर तुरंत कार्यवाही करते हुए सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने ट्विटर इंडिया से इन सभी एकाउंट पर रोक लगाने को कहा है।
मंत्रालय की तरफ से ट्विटर इंडिया को इस संबंध में नोटिस भेज दिया है। इन एकाउंट्स में मदिहा शकील, अरशद शरीफ, मैरी स्कली और रियाज खान के ट्विटर एकाउंट भी शामिल हैं।
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