मोदी सरकार का बड़ा अभियान, अब 'हर काम देश के नाम' के नारे से पहुंचेगी गांव-गांव
केंद्र सरकार ने अपने सभी मंत्रालयों को इससे जुड़ी तैयारी करने के निर्देश दिए है। 20 फरवरी से 31 मार्च के बीच हर काम देश के नाम के नारों के साथ अभियान चलाया जाएगा।
जागरण ब्यूरो,नई दिल्ली। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास यूं तो एक चुनावी नारा था जिसे लोकसभा से ठीक पहले गढ़ा गया था, लेकिन अब वह सरकार का भी मंत्र है। इसे और विस्तार देते हुए गुरुवार से 'हर काम देश के नाम' के जरिए गांव गांव तक यह संदेश पहुंचाने की कोशिश होगी कि सरकार हर व्यक्ति के जरिए देश को गढ़ने का काम कर रही है। परोक्ष रूप से विपक्ष को कठघरे में खड़ा किया जाएगा कि विवाद खड़ा कर देश को भटकाने की कोशिश की जा रही है।
20 फरवरी से 31 मार्च तक चलने वाली इस विशेष मुहिम का फीडबैक भी जांचा जाएगा, जिसके आधार पर आगे भी ऐसे ही मेगा ब्रांडिंग कैंपेन चलाने को लेकर फैसला लिया जाएगा। केंद्र सरकार ने अपने सभी मंत्रालयों को इससे जुड़ी तैयारी करने के निर्देश दिए है। ऐसी योजनाओं और पहल से जुड़ी जानकारियां जुटाई जा रही है, जो सरकार की लोकप्रियता को और ऊंचाई दे सके।
सूचना प्रसारण मंत्रालय से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो हर काम देश के नाम जैसे नारे को काफी मशक्कत के बाद अंतिम रुप दिया गया है। लोगों के बीच यह संदेश पहुंचाने की कोशिश है कि वह वोट बैंक की राजनीति से ऊपर उठकर काम करने में भरोसा रखती है।
डेढ़ महीने का यह प्रचार अभियान ‘‘हर काम देश के नाम'' शीर्षक से चलेगा। सरकार ने मंत्रियों से इस संबंध में अपने-अपने अधिकारियों को तत्काल निर्देश जारी करने का अनुरोध किया। भाजपा को दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी से हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा और आप की 62 सीटों के मुकाबले उसे सिर्फ आठ सीटें मिलीं।