प. बंगाल के जलपाईगुड़ी में मोदी ने 'दीदी' से पूछा तीन तलाक के पक्ष में हैं या खिलाफ
उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के मयनागुड़ी में शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने ममता बनर्जी को ललकारा। उनसे कई सवाल किए। जनता को तृणमूल के अत्याचार से निजात का आश्वासन दिया।
सिलीगुड़ी [जेएनएन। उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी की धरती से शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ममता को ललकारा। पूछा कि 'दीदी' आप बताएं तीन तलाक का विरोध करनेवालों के साथ हैं या समर्थन करनेवालों के। भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए धरना क्यों दे रही हैं। उत्तर बंगाल का यह इलाका चाय के लिए जाना जाता है, फिर आप एक चायवाले से इतनी चिढ़ क्यों रखती हैं। मोदी मयनागुड़ी के चूड़ाभंडार मैदान में आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
जलपाईगुड़ी के मयनागुड़ी में प्रधानमंत्री की जनसभा में उमड़ा जनसैलाब।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र को महादेव भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त है। यह भूमि जनजातियों के लिए काम करनेवाले ठाकुर पंचानन धर्मा की कर्मस्थली रही है। यह धरती नेपाली भाषा के आदि कवि भानुभक्त आचार्य की भी कर्मस्थली रही है। प. बंगाल के लोगों ने जिस तरह से वाम शासन को हटाया, उसी तरह से मां, माटी और मानुष के नाम पर बनी सरकार को भी उखाड़ फेंकेेंगे। यह आज की सभा से पता चल गया।
उन्होंने अपने चिर-परिचित अंदाज में हाथ को लहराते हुए पूछा कि आखिर एक चाय वाले से दीदी को इतनी चिढ़ क्यों है। जबकि यहां की पहचान की चाय के लिए है। यहां की कानून-व्यवस्था की स्थिति कितनी बदतर हो गई है। यहां का युवा पलायन के लिए मजबूर है। सिंचाई परियोजनाएं लटकी हुई हैं। और, ऐसा हाल बनाने के बावजूद भी उनको कोई परवाह नहीं है। प. बंगाल की इस सरकार ने यहां की माटी को बदनाम कर दिया है और मानुष को मजबूर कर दिया है।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस हो या तृणमूल, या वामदल। आपकी परेशानियों से किसी को कोई लेना-देना नहीं है। हाईकोर्ट की यह खंडपीठ जो मिली है। इसके लिए कोलकाता हाईकोर्ट से करीब बीस साल पहले पहला कदम उठाया गया था। इसके लिए कैबिनेट ने भी मंजूरी दी थी। अब जाकर आपका सपना साकार हुआ है।
थ्री टी के लिए प्रसिद्ध है उत्तर बंगाल
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर बंगाल थ्री टी के लिए काफी प्रसिद्ध रहा है। टिंबर, टी और टूरिज्म। इन तीनों के विकास पर कभी ध्यान नहीं दिया गया। इसके पहले की सरकारों ने इन पर कोई काम नहीं किया। केंद्र की एनडीए सरकार की नीति और नीयत है- सबका साथ सबका विकास। यही कारण है कि यहां के चाय बागानों को हमारी सरकार ने खोलवाया। चायबागान के मजदूरों के खाते खोलवाए गए।
अपनी सरकार की योजनाओं का किया बखान
उन्होंने अपनी सरकार की योजनाओं का बखान करते हुए कहा कि मजदूरों के परिवारों के लिए एक बहुत बड़ी योजना बनाई है। ऐसी योजना आजादी के बाद से आज तक नहीं बनी। अब चाय बागानों में काम करनेवालों के परिजन को भी पेंशन मिलेगी। असंगठित मजदूरों को साठ वर्ष की उम्र के बाद तीन हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन की व्यवस्था उनकी सरकार ने की है। इसके लिए अौसतन सौ रुपये का अंशदान हर माह देना होगा। जितना अंशदान मजदूर भाई देंगे, उतना ही केंद्र सरकार भी उनके खाते में डाल देगी।
उनकी सरकार गरीबों को हर वह सुविधा केंद्र सरकार देने की कोशिश कर रही है, जो अभी तक नहीं मिली। प्रधानमंत्री जीवनज्योति योजना और दुर्घटना बीमा योजना हमारी सरकार चला रही है। संकट की घड़ी में यह बीमा गरीबों के बहुत काम आ रहा है। इन बीमा योजनाओं को हमारी सरकार ने पश्चिम बंगाल से ही शुरू की थी। अब तक इनसे 21 करोड़ लोग जुड़ गए हैं। मैंने कोलकाता से ही इसकी शुरुआत की थी। आपको सस्ती दवाएं मिल रही हैं। यह सब हमारी सरकार की बदौलत है।
जलपाईगुड़ी में बनवाए 65 हजार पक्के मकान
पश्चिम बंगाल में 23 लाख तथा जलपाईगुड़ी में 65 हजार पक्के घरों को हमारी सरकार ने बनवाया है। हमने ठान कर रखी है कि 2022 तक एक भी कच्चा घर हिंदुस्तान में नहीं रहेगा। जलपाईगुड़ी में पैंसठ हजार लोगों को नए घर बनवाकर उनकी चाबी दे दी। यह सभी को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि मां, माटी और मानुष के नाम पर जिनको आपने सत्ता दी। कम्युनिस्टों से मुक्ति के लिए इनको चुना। आज उस दीदी की दादागिरी को देख रहे हैं। प्रदेश भर में सिंडिकेट राज है। जनता से पूछा कि इनसे मुक्ति चाहिए या नहीं चाहिए। प. बंगाल में शासन टीएमसी का जगाई मधाई कर रहा है।
मोदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हिंसा खत्म होनी चाहिए। जहां कम्युनस्टों का झंडा फहरता था, उस त्रिपुरा मे भाजपा के कार्यकर्ताओं ने अपनी पार्टी सरकार बनवाई। जो त्रिपुरा में हुआ, वह पश्चिम बंगाल में भी होने वाला है। जगाई-मधाई का जाना तय है। गुंडागर्दी से लड़ने के लिए भाजपा के कार्यकर्ता तैयार हैं।
देश के इतिहास में पहली घटना, भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए सीएम का धरना
ममता बनर्जी को निशाने पर लेते हुए मोदी ने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार देखा गया कि कोई मुख्यमंत्री हजारों गरीब लोगों को लूटनेवालों के पक्ष में दिनदहाड़े धरने पर बैठ रही हैं। ममता दीदी बताएं कि जिन लोगों ने गरीबों को लूटा, उनके लिए धरना क्यों दे रही हैं। सारधा, नारदा की ठगी का शिकार जानता है कि यह चौकीदार उनको छोड़ेगा नहीं। चाहे जो लुटेरा हो, उसे छो़ड़ा नहीं जाएगा। ये जितने भी नेता जुटा लें, गरीबों को लूटनेवालों से पाई-पाई का हिसाब लिया जाएगा। मैं चिटफंड घोटाले में लुटे लोगों को विश्वास दिलाने आया हूं कि लुटेरों को कानून के दरवाजे तक पहुंचाया जाएगा।
पीएम ने कहा कि आज हर उस व्यक्ति को मोदी से डर लग रहा है, जो पूरी तरह से भ्रष्ट है। क्योंकि लूटनेवालों को विदेश से भी पकड़ कर लाया जा रहा है। दलालों और धोखेबाजों को बचाने का प्रयास मोदी कभी सफल नहीं होने देगा। जब-जब देश को इनकी सच्चाई बताओ, ये ऐसे ही हंगामा करते हैं। इनकी अपनी कोई विचारधारा नहीं है। देश के लिए कोई विजन नहीं है।
बंगाल कांग्रेस के नेताओं को दिखती है यहां अराजकता, दिल्ली में मि. वाड्रा के साले को नहीं
कांग्रेस के नेता कहते हैं कि राज्य में अराजकता है, लेकिन दिल्ली में मिस्टर वाड्रा के साले साहब को यह नहीं दिखता। यहां की सरकार घुसपैठियों का भी स्वागत करती है, लेकिन दुनिया के सबसे बड़े राजनैतिक दल भाजपा के नेताओं को रोका जाता है। हेलीकॉप्टर उतारने में आनाकानी, भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले, तृणमूल कांग्रेस की जमीन खिसकने के संकेत हैं।
उन्होंने आह्वान किया कि गुंडों और सिंडिकेट से पश्चिम बंगाल को मुक्ति दिलाने का संकल्प लें। इसका समय भी आ गया है। डरने की कोई जरूरत नहीं है। लोकसभा का चुनाव केंद्रीय बल की मौजूदगी में होगा। मैं भरोसा दिलाता हूं कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में आपको अपने मतदान के अधिकार से कोई वंचित नहीं कर सकता।
तीन तलाक पर अपना रुख स्पष्ट करें ममता
मोदी ने तीन तलाक पर कहा कि कांग्रेस ने तो इस पर अपना चेहरा दिखा दिया। तुष्टीकरण के लिए कांग्रेस किस हद तक जा सकती है, इसे देश ने देख लिया। राहुल गांधी ने कह दिया है कि उनकी पार्टी तीन तलाक चलने देगी। मतलब, मुस्लिम बेटियों की बर्बादी होने देगी। कांग्रेस को सुप्रीम कोर्ट की भी परवाह नहीं है। राजीव गांधी के समय सुप्रीम कोर्ट ने इसे अवैध बताया था। अब फिर वही दोहराया जा रहा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को भी स्पष्ट करना चाहिए कि उनका क्या रुख है। वे तीन तलाक के पक्ष में हैं या खिलाफ।
उन्होंने कहा कि आप हमारी प्रेरणा हैं। मेरी ऊर्जा है। मैं हेलीकॉप्टर से आ रहा था तो लोगों ने अपने मोबाइल की लाइट जलाकर स्वागत किया। देश में हमें क्या करना चाहिए। कौन सी नीतियां बनानी चाहिए। किसान, गांव, गरीब, युवा, शहर आदि के लिए क्या करने चाहिए। आपसे सुझाव लेने आए हैं। आप लिखकर रखिए। फिर से सरकार बनने के बाद आपसे पूछकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि दीदी के डर का कारण मैं नहीं, आप हैं, जो इतनी भारी संख्या में मेरा मनोबल बढ़ाने के लिए यहां आए हैं।
फोरलेनिंग का शिलान्यास तथा हाईकोर्ट की सर्किट बेंच का किया उद्घाटन
इसके पहले प्रधानमंत्री ने नेशनल हाइवे को फोरलेन करने के कार्य का शिलान्यास किया। यह प्रोजेक्ट करीब दो हजार करोड़ रुपये का है। हाईकोर्ट की जलपाईगुड़ी सर्किट बेंच का उद्घाटन भी किया। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट की सर्किट बेंच खुल जाने से अब हाईकोर्ट के काम के लिए समय और पैसे दोनों की बचत होगी। सड़क फोरलेन बन जाने से सिलीगुड़ी आना-जाना आसान हो जाएगा। मतलब जलपाईगुड़ी का तेजी से विकास होगा।
मोदी के पहले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, मुकुल रॉय, प्रदेश अध्यक्ष दिलीप कुमार घोष, केंद्रीय राज्य मंत्री एसएस अहलुवालिया, केंद्रीय राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो, राज्यसभा सदस्य रूपा गांगुली, मदारीहाट के विधायक मनोज तिग्गा, राहुल सिन्हा, लॉकेट चटर्जी आदि ने भी सभा को संबोधित किया।