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गृह मंत्रालय ने बीते तीन वर्षों में पाक की ओर से गोलीबारी की घटनाओं का लेखा जोखा दिया, इस साल आई कमी

लिखित जवाब में कहा गया नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर पाकिस्तान द्वारा बिना उकसावे की गोलीबारी और संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं के दौरान भारतीय सेना और सीमा सुरक्षा बल के जवानों द्वारा तत्काल और प्रभावी जवाबी कार्रवाई की जाती है।

By Nitin AroraEdited By: Published: Tue, 03 Aug 2021 04:04 PM (IST)Updated: Tue, 03 Aug 2021 04:04 PM (IST)
गृह मंत्रालय ने बीते तीन वर्षों में पाक की ओर से गोलीबारी की घटनाओं का लेखा जोखा दिया, इस साल आई कमी
बीते तीन वर्षों में पाक की ओर गोलीबारी की घटनाओं का लेखा जोखा, इस साल आइ कमी

नई दिल्ली, एएनआइ। गृह मंत्रालय (एमएचए) के अनुसार, 2020 में रिपोर्ट किए गए संघर्ष विराम उल्लंघन की संख्या की तुलना में, जून तक जम्मू और कश्मीर में पाकिस्तान द्वारा सीमा पार से गोलीबारी की घटनाओं में भारी गिरावट दर्ज की गई। लोकसभा सदस्य असदुद्दीन ओवैसी और कृष्ण पाल सिंह यादव के सवालों के लिखित जवाब में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि जून तक संघर्ष विराम उल्लंघन के 664 मामले सामने आए। जबकि 2018 में 2,140 संघर्ष विराम उल्लंघन दर्ज किए गए, 2019 में कुल आंकड़ा 3,479 और 2020 में 5,133 था।

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एमएचए द्वारा साझा किए गए तुलनात्मक आंकड़ों ने सीमा पार से गोलीबारी में भारी कमी दिखाई गई। जनवरी और फरवरी में 380 और 278 घटनाएं हुई थीं। पिछले साल यह आंकड़ा 394 और 389 था।

हालांकि, इस साल मार्च में ऐसी कोई घटना सामने नहीं आई थी, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में 454 बार घटनाएं दर्ज की गई थी। अप्रैल में भी, केवल एक घटना हुई, जबकि पिछले साल अप्रैल में 412 थी, जबकि मई में तीन घटना रिपोर्ट हुई थी, जबकि पिछले साल इसी महीने के दौरान 398 और जून में दो की तुलना में जून 2020 में 423 थी।

लिखित जवाब में कहा गया, 'नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर पाकिस्तान द्वारा बिना उकसावे की गोलीबारी और संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं के दौरान भारतीय सेना और सीमा सुरक्षा बल के जवानों द्वारा तत्काल और प्रभावी जवाबी कार्रवाई की जाती है।'

मंत्री ने कहा, 'हॉटलाइन पर भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों के बीच निर्धारित वार्ता के बाद, 25 फरवरी, 2021 को एक संयुक्त बयान जारी किया गया, जिसमें भारत और पाकिस्तान दोनों एलओसी पर सभी समझौतों, समझ और युद्धविराम के सख्त पालन पर सहमत हुए। और कहा गया आदेश कि सभी सेक्टर पर 24/25 फरवरी, 2021 की मध्यरात्रि से प्रभावी होंगे।'

मंत्री ने कहा, 'रिपोर्टों के अनुसार, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने बयान का स्वागत किया है। कई देशों ने एक महत्वपूर्ण और सकारात्मक कदम के रूप में विकास का स्वागत करते हुए बयान जारी किए हैं।'

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में, गृह मंत्रालय ने लोकसभा को सूचित किया कि अब तक 5,187 किमी अंतरराष्ट्रीय सीमा - जिसमें पाकिस्तान सीमा के साथ 2,041 किमी और बांग्लादेश सीमा के साथ 3,141 किमी शामिल है - को बाड़ लगाकर बंद कर दिया गया है।


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