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मंत्री बिसाहूलाल ने कहा- असली टाइगर दिग्विजय सिंह, कमल नाथ को बनाया शिकार

मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कहा कि असली टाइगर तो दिग्विजय सिंह हैं। उन्होंने कमल नाथ को अपना शिकार बना लिया।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Wed, 08 Jul 2020 08:19 PM (IST)Updated: Wed, 08 Jul 2020 08:19 PM (IST)
मंत्री बिसाहूलाल ने कहा- असली टाइगर दिग्विजय सिंह, कमल नाथ को बनाया शिकार
मंत्री बिसाहूलाल ने कहा- असली टाइगर दिग्विजय सिंह, कमल नाथ को बनाया शिकार

उमरिया, राज्य ब्यूरो। मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने उमरिया में कांग्रेस नेता व राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह के ऊपर बड़ा हमला बोलते हुए उन्हें प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरने का जिम्मेदार ठहरा दिया।

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बिसाहूलाल सिंह ने कहा- सरकार गिरने का मुख्य कारण दिग्विजय सिंह

बिसाहूलाल सिंह ने कहा कि असली टाइगर तो दिग्विजय सिंह हैं। उन्होंने कमल नाथ को अपना शिकार बना लिया। शिवराज सरकार के चौथे कार्यकाल में मंत्री बने बिसाहूलाल सिंह बुधवार को अल्प प्रवास पर उमरिया पंहुचे थे। उन्होंने सर्किट हाउस में भाजपा नेताओं से मुलाकात की। इसी बीच मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए मंत्री बिसाहूलाल ने कांग्रेस की पिछली सरकार पर जमकर हमला बोला और सरकार गिरने का मुख्य कारण दिग्विजय सिंह को बताया।

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था- टाइगर अभी जिंदा है

गौरतलब है कि गत दिनों शिवराज मंत्रिमंडल के दूसरे विस्तार के दौरान राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि टाइगर अभी जिंदा है। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और दिग्विजय सिंह सहित कई नेताओं ने उन पर तंज कसा था। मध्य प्रदेश की टाइगर पॉलिटिक्स में गत दिनों पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती भी कूद पड़ी थीं। उन्होंने उज्जैन में कहा था कि मैं मोगली हूं, शेर और बाघ से नहीं डरती। राघौगढ़ के शेर (दिग्विजय सिंह) को 2003 में हरा चुकी हूं।

सिंधिया के वर्चस्व को लेकर भाजपा नेताओं का असंतोष थम नहीं रहा

पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया के वर्चस्व को लेकर भाजपा नेताओं का असंतोष भले थम नहीं रहा हो, लेकिन करीब चार माह पहले कांग्रेस छोड़ने वाले सिंधिया अब भाजपा में घुलने-मिलने लगे हैं। यही वजह है कि सिंधिया को गुना में लोकसभा चुनाव हराने वाले केपी यादव भी अब उनके करीब हो गए हैं। दोनों के रिश्तों पर जमी बर्फ पिघलने लगी है। दोनों ने गत दिवस एक-दूसरे की सराहना कर आरएसएस और भाजपा के मंसूबों को मजबूती दे दी है।

भाजपा में सुलग रही चिंगारी पर पानी डालने का किया काम

इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता कि सिंधिया के वर्चस्व को लेकर भाजपा में तनातनी है और पूर्व मंत्री अजय विश्नोई जैसे वरिष्ठ नेता उन पर तीखे तीर चला रहे हैं, लेकिन सिंधिया को चुनाव हराकर देश भर में सुर्खियां बटोरने वाले केपी यादव से उनकी निकटता ने पार्टी के अंदर सुलग रही चिंगारी पर पानी डालने का काम किया है। ध्यान रहे कि केपी यादव कांग्रेस में रहते हुए सिंधिया फैंस क्लब चलाते थे। वर्ष 2018 में मुंगावली विधानसभा क्षेत्र से उन्होंने कांग्रेस से टिकट मांगा, लेकिन सिंधिया ने बृजेंद्र सिंह यादव को टिकट दिला दिया, तभी केपी नाराज हो गए और भाजपा में चले गए। भाजपा ने उन्हें लोकसभा चुनाव में टिकट दे दिया और यादव ने सिंधिया को सवा लाख से ज्यादा मतों से चुनाव हरा दिया।


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