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जामिया मामलेे में 10 गिरफ्तार, MHA ने कहा- दिल्‍ली पुलिस ने नहीं चलाई एक भी गोली

गृह मंत्रालय ने बताया कि जामिया मामले में दिल्ली पुलिस की ओर से एक भी गोली नहीं चलाई गई।

By Monika MinalEdited By: Published: Tue, 17 Dec 2019 11:14 AM (IST)Updated: Tue, 17 Dec 2019 01:11 PM (IST)
जामिया मामलेे में 10 गिरफ्तार, MHA ने  कहा- दिल्‍ली पुलिस ने नहीं चलाई एक भी गोली
जामिया मामलेे में 10 गिरफ्तार, MHA ने कहा- दिल्‍ली पुलिस ने नहीं चलाई एक भी गोली

नई दिल्‍ली, एएनआइ। जामिया नगर क्षेत्र (Jamia Protest) के हिंसा मामले में दिल्‍ली पुलिस (Delhi Police) ने आपराधिक बैकग्राउंड (Criminal Background) वाले 10 लोगों को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि पुलिस ने यह स्‍पष्‍ट कर दिया है कि गिरफ्तार किए गए लोगों में एक भी स्‍टूडेंट शामिल नहीं है। दिल्‍ली पुलिस ने प्रॉपर्टी को हुए नुकसान और हिंसा से जुड़े भड़के दंगों को लेकर दो प्राथमिकी दर्ज की है। इसके अलावा गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs)  की ओर से भी मंगलवार को दिल्‍ली पुलिस के पक्ष में बयान जारी किया गया है।

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'साजिश के तहत फैलाई गई  हिंसा'

दक्षिण पूर्व दिल्‍ली के एडिशनल डीसीपी कुमार ज्ञानेश ने बताया, 'मैंने स्‍वयं पूरे घटनाक्रम को देखा। कुछ प्रदर्शनकारी के पास गीले कंबल थे, जिन्‍हें वे आंसू गैस के गोलों पर रख रहे थे, ताकि उनका प्रभाव कम हो सके। इसे देखकर ऐसा नहीं लगा कि यह तैयारियां अचानक हो गई होंगी। ये सुनियोजित ढंग से किया गया हिंसक प्रदर्शन था। इसकी जांच हम कर रहे हैं।' उन्‍होंने आगे बताया कि प्रदर्शन के दौरान हमारे ऊपर पेट्रोल बम फेंके गए। पेट्रोल बम मौके पर नहीं बनाए जा सकते हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि साजिश के तहत हिंसा फैलाई गई।

दिल्‍ली पुलिस ने नहीं चलाई एक भी गोली

गृह मंत्रालय ने बताया कि जामिया मामले में दिल्ली पुलिस की ओर से एक भी गोली नहीं चलाई गई। गृह मंत्रालय ने बताया, 'जामिया हिंसा के दौरान दिल्ली पुलिस ने एक भी गोली नहीं चलाई। मंत्रालय के अनुसार, गिरफ्तार किए गए सभी 10 लोगों का बैकग्राउंड आपराधिक पाया गया है। इसके साथ ही असामाजिक तत्वों पर भी नजर रखी जा रही है।

जानें पूरा मामला

दरअसल, नए नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के विरोध में हुए प्रदर्शनों के दौरान भड़के हिंसा को रोकने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोले की फायरिंग की जिसके बाद एक बड़ा विवाद शुरू हो गया। इस घटना के बाद जामिया मिलिया इस्‍लामिया के स्‍टूडेंट्स के समर्थन में देशभर के अनेकों शैक्षणिक संस्‍थान सामने आए। जामिया मिलिया इस्‍लामिया की वाइस-चांसलर नजमा अख्‍तर के अनुसार, घटना में करीब 200 लोग जख्‍मी हो गए जिसमें से कई यूनिवर्सिटी के स्‍टूडेंट थे। अख्‍तर ने यह भी बताया कि यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से जबरन कैंपस में घुसने और कथित तौर पर प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने के एवज में दिल्‍ली पुलिस के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किया जाएगा।

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