Move to Jagran APP

मेघालय की वित्तीय स्थिती खराब, केंद्र पर 90:10 के वित्तपोषण पैटर्न लागू करने के लिए दबाव

संगमा ने कहा कि बाहरी योजनाओं और केन्द्र प्रायोजित योजनाओं को प्राप्त करने की आवश्यकता के अनुसार राज्य में वित्तीय स्थिति बहुत कमजोर है।

By Arti YadavEdited By: Published: Sat, 24 Mar 2018 09:34 AM (IST)Updated: Sat, 24 Mar 2018 09:37 AM (IST)
मेघालय की वित्तीय स्थिती खराब, केंद्र पर 90:10 के वित्तपोषण पैटर्न लागू करने के लिए दबाव
मेघालय की वित्तीय स्थिती खराब, केंद्र पर 90:10 के वित्तपोषण पैटर्न लागू करने के लिए दबाव

शिलांग,(आइएनएस)। मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने शुक्रवार को कहा कि केन्द्र में प्रायोजित योजनाओं के लिए 90:10 के वित्तपोषण पैटर्न को राज्य में लागू किया जाएगा। संगमा ने कहा कि हम इस मुद्दे पर केंद्र पर दबाव डालेंगे। कुछ केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के लिए वित्तपोषण 90:10 के अनुपात में नहीं है, खासकर 14वें वित्त आयोग के तहत फंड के हस्तांतरण के बाद जिन्हें लागू किया गया था।

loksabha election banner

जब उनसे पूछा गया कि गुरुवार को नई दिल्ली में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ मुलाकात के दौरान राज्य सरकार ने केंद्रीय पैकेज से क्या मांग की है तो मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मामला अभी गोपनीय है। हमने उन चुनौतियों के बारें में सरकार को बताया और हमें केंद्र से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। उन्हें अपनी गणना करनी है। हालांकि, हम उम्मीद कर रहे हैं कि केंद्र राज्य के अनुरोध पर विचार करेगा।

राज्य की वित्तीय राजस्व में वृद्धि की जरूरत पर जोर देते हुए संगमा ने कहा कि बाहरी योजनाओं और केन्द्र प्रायोजित योजनाओं को प्राप्त करने की आवश्यकता के अनुसार राज्य में वित्तीय स्थिति बहुत कमजोर है। उन्होंने कहा कि हम कई परेशानियों का सामना कर रहे हैं। यह किसी भी सरकार के लिए आसान नहीं है और यह हमारी सरकार के लिए भी आसान नहीं होगा लेकिन हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं और आशा करते हैं कि केंद्र भी हमें समर्थन देगा। इसके अलावा, उन्होंने स्वीकार किया कि पांचवीं मेघालय वेतन आयोग की सिफारिशों के तहत वेतन संशोधन का कार्यान्वयन भी भारी बोझ था।

संगमा से जब पूछा गया कि पिछली सरकार कांग्रेस द्वारा शुरू किए गए विभिन्न कार्यक्रम आपके बजट भाषण में दिखाई दिए। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार एक प्रक्रिया है। यह अच्छी या बुरी हो सकती है। मैं खुद को जो कुछ भी पहले हो रहा है, उससे अलग नहीं कर सकता हूं। ये नीतियां और चौखटे हैं जिन्हें बनाया गया है। मैं एक जिम्मेदार सरकार के रूप में सोचता हूं, चाहे वह अच्छा है या बुरा है, यह हमारी जिम्मेदारी है कि प्रक्रिया जारी रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.