ममता की दो टूक, केंद्र ने वापस लिए अधिकारियों से मेडल तो मैं दूंगी सर्वोच्च अवॉर्ड
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि अगर केंद्र सरकार द्वारा पुलिस अफसरों के अवॉर्ड छीने गए तो मैं उन अफसरों को राज्य सरकार का सर्वोच्च अवॉर्ड दूंगी।
कोलकाता, प्रेट्र। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ धरना में शामिल होने पर पश्चिम बंगाल के पांच शीर्ष पुलिस अधिकारियों के खिलाफ केंद्र सरकार द्वारा दिए गए अवॉर्ड को वापस लेने की दंडात्मक कार्रवाई की जा रही है। इस पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि अगर केंद्र सरकार द्वारा पुलिस अफसरों के अवॉर्ड छीने गए तो मैं उन अफसरों को राज्य सरकार का सर्वोच्च अवॉर्ड दूंगी।
सारधा चिटफंड मामले में सीबीआइ की टीम ने कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से पूछताछ करने की असफल कोशिश के बाद मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार के बीच लगातार आमना-सामना जारी है। इस चिटफंड घोटाले में लाखों निवेशकों ने अपनी मेहनत की कमाई को लगाया था, जिसमें असामान्य रूप से उच्च रिटर्न के वादे के साथ पैसा मिलना था। लेकिन वह वह पैसा डूब गया।
ममता बनर्जी ने कार्रवाई का विरोध करने के लिए पिछले रविवार को अचानक धरना शुरू कर दिया था, जिसे उन्होंने मोदी सरकार द्वारा संविधान और संघवाद की भावना को "विफल" करने की कोशिश बताया था। डीजीपी वीरेंद्र कुमार सहित अन्य अधिकारी सादे कपड़ों में चार फरवरी को ममता के साथ धरनास्थल पर मौजूद थे।
ममता ने कहा कि अगर केंद्र अपने पदकों को वापस लेता है तो मैं इन पांच वरिष्ठ अधिकारियों को सर्वोच्च सम्मान 'बांग्लाविभूषण' प्रदान करुंगी। इसके साथ ही अगर उन्होंने पत्र भेजा, मैं केंद्र को कड़े शब्दों में पत्र लिखूंगी। बनर्जी ने बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट के मौके पर कहा कि केंद्र के उस आरोप का दृढ़ता से खंडन करते हुए कहा कि अधिकारियों ने धरने में भाग लिया था। उन्होंने जोर देकर कहा कि अधिकारी सुरक्षा को देखने के लिए धरनास्थल पर मौजूद थे।
गुरुवार को इस बात के संकेत मिले थे कि केंद्रीय गृह मंत्रालय पश्चिम बंगाल के एडीजी (सुरक्षा) विनीत कुमार गोयल, एडीजी (कानून और व्यवस्था) अनुज शर्मा, पुलिस आयुक्त (बिधान नगर) ज्ञानवंत सिंह और कोलकाता पुलिस के अतिरिक्त आयुक्त सुप्रतिम सरकार सहित इन पांच अधिकारियों को हटा सकता है। इनके साथ कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। इसके अवॉड वापस लेने के साथ उनकी पदोन्नति को रोका जा सकता है।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पश्चिम बंगाल में मौजूद हैं। यहां उन्होंने जलपाईगुड़ी में एक जनसभा के दौरान ममता सरकार पर निशाना साधा। रैली में उन्होंने आरोप लगाया कि ममता लुटेरों के साथ खड़ी हैं।