Mann ki Baat: पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने नाजुक दौर में किया देश का नेतृत्व- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को उनकी जयंती श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने नाजुक दौर में देश का नेतृत्व किया।
नई दिल्ली, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी और उन्हें भारत के सबसे अनुभवी नेताओं में से एक के रूप में याद किया। साथ ही कहा कि उन्होंने हमेशा अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई और नाजुक दौर में देश का नेतृत्व किया। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि आज 28 जून को भारत अपने एक भूतपूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दे रहा है, जिन्होंने एक नाजुक दौर में देश का नेतृत्व किया। हमारे पूर्व प्रधानमंत्री श्री पीवी नरसिम्हा राव की आज जन्म शताब्दी वर्ष है।
पीएम मोदी ने कहा कि राव किशोरावस्था में ही स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हो गए थे। हैदराबाद के निजाम ने वंदे मातरम गाने की अनुमति देने से इन्कार कर दिया, तो उन्होंने इसके खिलाफ आंदोलन में भी सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था। उस समय उनकी उम्र केवल 17 साल थी। छोटी उम्र से ही नरसिम्हा राव अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने में आगे थे और इसके खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करने में वे कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ते थे।
नरसिम्हा राव इतिहास को बहुत अच्छी तरह समझते थे
पीएम मोदी ने आगे कहा कि नरसिम्हा राव इतिहास को बहुत अच्छी तरह समझते थे। बहुत ही साधारण पृष्ठभूमि से उठकर उनका आगे बढ़ना, शिक्षा पर उनका जोर, सीखने की उनकी प्रवित्ति और इन सबके साथ उनकी नेतृत्व क्षमता- सबकुछ स्मरणीय है। पीएम मोदी ने आगे नरसिम्हा राव के जन्म-शताब्दी वर्ष में लोगों से उनके जीवन औक विचारों के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानने प्रयास करने का आग्रह किया।
देश के नौवें प्रधानमंत्री थे नरसिम्हा राव
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता नरसिम्हा राव ने देश के नौवें प्रधानमंत्री थे। उनका कार्यकाल 1991 से 1996 तक रहा। नरसिम्हा राव के कार्यकाल के दौरान अर्थव्यवस्था के लिहाज से आजादी के बाद सबसे क्रांतिकारी कदम उठाया था। देश ने इस दौरान उदारीकरण और वैश्वीकरण की नीतियों को अपनाया था, जिसने देश की तरक्की को नई राह दी। इस दौरान मनमोहन सिंह वित्त मंत्री थे, जो बाद में देश के प्रधानमंत्री बने। नरसिम्हा राव प्रधानमंत्री का कार्यकाल पूरा करने वाले कांग्रेस की तरफ से नेहरू-गांधी परिवार के इतर पहले राजनेता थे।