कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने फिर दिया 'आपत्तिजनक' बयान, केंद्रीय मंत्रियों को कहा- डरपोक
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने फिर एक विवादित बयान दिया है। इस बार भी उनके निशाने पर भाजपा है।
तिरुअनंतपुरम, एएनआइ। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने फिर एक विवादित बयान दिया है। इस बार भी उनके निशाने पर भाजपा है। मणिशंकर अय्यर ने भाजपा को देशद्रोही करार देते हुए जम्मू-कश्मीर के दौरे पर जाने वाले केंद्रीय मंत्रियों को डरपोक कहा है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में केंद्र के संपर्क कार्यक्रम के तहत 36 केंद्रीय मंत्री प्रदेश का दौरा करने जा रहे हैं।
मणिशंकर अय्यर ने केरल की एक जनसभा में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाए जाने के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार कश्मीर में 36 मंत्री भेज रही है। हालांकि, वे लोग इतने डरपोक हैं कि उनमें से 31 सिर्फ जम्मू जा रहे हैं। सिर्फ 5 ही कश्मीर जाएंगे। वैसे बता दें कि जम्मू-कश्मीर में अभी हालात बिल्कुल सामान्य हैं। पिछले दिनों वहां 2जी मोबाइल इंटरनेट सेवा भी बहाल कर दी गई है। कई नजरबंद किए गए बड़े नेताओं को भी रिहा कर दिया गया है।
#WATCH Mani Shankar Aiyar,Congress in Malappuram, Kerala: They (BJP) said we also have a slight majority in Rajya Sabha along with others, so let us push all the anti-Muslim legislation that we have in mind. It began with Article 370 (abrogation) & 35A of constitution...(20.1.20) pic.twitter.com/Z6aQD3Guj7
— ANI (@ANI) January 20, 2020
बता दें कि जम्मू-कश्मीर अब केंद्रशासित प्रदेश बन गया है। जल्द ही केंद्र के संपर्क कार्यक्रम के तहत 36 केंद्रीय मंत्री के प्रदेश का दौरा करने की योजना है। बताया जा रहा है कि इनमें से केवल 5 मंत्री चार दिनों में कश्मीर का दौरा कर रहे हैं। अन्य मंत्री जम्मू इलाके की यात्रा कर रहे हैं। इसे लेकर अधिकारियों ने बताया कि यात्रा पर आने वाले मंत्री लोगों से संवाद करेंगे और उनसे विकास के विषय पर बातचीत करेंगे। इस दौरान आम लोगों की समस्याएं भी सुनी जा रही हैं।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर इस समय मोदी सरकार की प्राथमिकता में शुमार है। पीएम मोदी के इस मिशन के तहत 'आउटरीच प्रोग्राम' के तहत सोमवार को चार केंद्रीय मंत्री जम्मू पहुंचे। इस दौरान मंत्री लोगों विकास कार्यों उद्घाटन और नींव पत्थर रख रहे हैं। इसके साथ ही लोगों से आत्मीयता से मुलाकात भी कर रहे हैं। बता दें कि 'आउटरीच प्रोग्राम' के तहत 24 जनवरी तक तीन दर्जन केंद्रीय मंत्रियों को जम्मू से लेकर कश्मीर तक गांवों में लोगों के बीच पहुंचना है। फिलहाल, जम्मू संभाग को प्रमुखता से फोकस किया गया है, जबकि कश्मीर में भी कुछ मंत्रियों के दौरे हैं। हालांकि, आउटरीच प्रोग्राम टू के तहत कश्मीर के विभिन्न जिलों को कवर किया जाएगा। कार्यक्रमों में हिस्सा लेने वाले ग्रामीण और ग्रामीण प्रतिनिधि अपनी छोटी समस्याओं को भी केंद्रीय मंत्रियों तक पहुंचा रहे हैं। सबसे खास बात यह है कि ये केंद्रीय मंत्री नए जम्मू कश्मीर में विकास की रफ्तार को दे ही रहे हैं, वह कार्यक्रमों कम बोल रहे हैं और यहां के लोगों को समझने का अधिक प्रयास कर रहे हैं।