देशद्रोही हैं आंगनबाड़ियों में भोजन की चोरी में शामिल लोग: मेनका गांधी
केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि फर्जी आंगनबाड़ी अनियमितताओं के जिम्मेदार लोग देशद्रोही हैं और बच्चों के भोजन की चोरी से सरकार को बड़ा नुकसान हुआ है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। बड़ी संख्या में फर्जी आंगनबाड़ी लाभार्थियों का पता चलने पर सोमवार को केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि इन अनियमितताओं के जिम्मेदार लोग देशद्रोही हैं और बच्चों के भोजन की चोरी से सरकार को बड़ा नुकसान हुआ है। महिला एवं बाल विकास मंत्री ने एक कार्यक्रम में यह टिप्पणी की, जहां देश भर की 97 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को शानदार कार्य के लिए पुरस्कृत किया गया।
मेनका ने कहा, 'आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के भोजन की चोरी में जो लोग शामिल हैं वे देशद्रोही हैं। उन्होंने न केवल एक बच्चे को लाभ से वंचित किया बल्कि पूरे देश को बड़ा नुकसान पहुंचाया।' मंत्री ने कहा कि एक दूसरा मुद्दा है जिससे उन्हें बहुत पीड़ा हुई है, वह यह है कि आंगनबाड़ियों ने बीते वर्षों में बड़ी मात्रा में सार्वजनिक धन व्यर्थ किया है। मेनका ने कहा कि मंत्रालय को असम में तीन लाख, झारखंड में एक लाख और उत्तर प्रदेश में 14 लाख फर्जी लाभार्थी मिले हैं।
अच्छी नहीं लगीं कार्यकर्ताओं को मंत्री की टिप्पणियां
मेनका की ये टिप्पणियां कुछ पुरस्कार विजेताओं को पसंद नहीं आई। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा कि उससे उनकी भावनाएं आहत हुई हैं। एक कार्यकर्ता ने कहा कि मंत्री को यह सब नहीं कहना चाहिए था। हमने केंद्र सरकार को पूरा जीवन दे दिया। मैं मंत्री के बयानों से दुखी हूं। छत्तीसगढ़ में ऐसा कोई मामला नहीं है लेकिन फिर भी मंत्री को हमारे प्रयासों तथा काम के बारे में ज्यादा बोलना चाहिए था।
पुरस्कार विजेताओं ने मांगी स्थायी नौकरी
केंद्रीय मंत्री से सम्मानित कई आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सरकार से स्थायी नौकरी की मांग की है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग काम के हिसाब से दाम की है। स्थायी नौकरी देने के साथ हमें कम से कम 18,000 रुपये मानदेय दिया जाए।