ममता बनर्जी ने कहा- सीएए के खिलाफ जारी रहेगी लड़ाई, बाहुबल से लागू नहीं होने देंगे
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल में भाजपा के नेता सक्रिय होकर लोगों को सीएए-एनआरसी के बारे में गलत जानकारी देकर बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने सोमवार को फिर दोहराया कि सीएए के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी। बाहुबल से इसे लागू नहीं होने दिया जाएगा। वह नेताजी इंडोर स्टेडियम में तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद के सम्मेलन को संबोधित कर रहीं थी। इस दौरान छात्र संगठन को घर-घर जाकर सीएए-एनआरसी के खिलाफ लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया।,
सीएए-एनआरसी पर भाजपा लोगों को बरगला रही है- ममता
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि बंगाल में इनके नेता सक्रिय होकर लोगों को सीएए-एनआरसी के बारे में गलत जानकारी देकर बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष और प्रदेश प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय पर निशाना साधते हुए कहा-'एक को चाय की दुकान पर लोगों को सीएए-एनआरसी के बारे में बताना पड़ रहा है तो दूसरा यहां के लोगों के खानपान पर टिप्पणी कर रहा है। हम बंधुआ मजदूर नहीं हैं, बल्कि भारत के नागरिक हैं। हम अपना मार्ग स्वयं प्रशस्त करेंगे। साथ ही यह भी तय करेंगे हमारे लिए क्या सही है और क्या गलत?'
सीएए-एनआरसी के विरोध में एक-दो फरवरी को राज्यभर में जुलूस निकलेगा- ममता
आगे की रणनीति की जानकारी देते हुए ममता ने कहा कि 31 जनवरी से छात्र संगठन रानी रासमणि रोड में जारी विरोध-प्रदर्शन की कमान संभालेगा और एक-दो फरवरी को सीएए-एनआरसी के विरोध में राज्यभर में जुलूस निकाला जाएगा।
पांच फरवरी को मानव श्रृंखला बनाकर विरोध होगा, छह फरवरी को पार्टी का मौन जुलूस निकलेगा
पांच फरवरी को सीएए-एनआरसी के खिलाफ पार्टी की ओर से ब्लॉक स्तर पर मानव श्रृंखला बनाकर विरोध किया जाएगा। छह फरवरी को हाथों में सीएए-एनआरसी विरोधी तख्तियां लिए पार्टी कार्यकर्ता मौन जुलूस निकालेंगे।
सात फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण के बाद बजट अधिवेशन होगा
सात फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण के बाद बजट अधिवेशन होगा और आठ और नौ फरवरी को पार्टी प्रतिनिधि ब्लॉक स्तर पर एससी-एसटी समुदाय के लोगों के घर जाकर उनकी समस्याओं पर उनसे चर्चा करेंगे। 10-13 फरवरी तक पार्टी के नेता बूथ स्तर पर बैठक करेंगे।
ममता ने कहा- देश का भविष्य अगली पीढ़ी के हाथों में है
ममता ने कहा कि देश का भविष्य अगली पीढ़ी के हाथों में है, इसलिए बड़े उनके लिए जगह छोड़कर पीछे आ गए हैं। ममता ने कहा कि गुटबाजी में न पड़कर नि:स्वार्थ तरीके से पूरे मन से पार्टी के लिए काम करें।
'पोहा' वाले बयान को लेकर विजयवर्गीय को घेरा
ममता बनर्जी ने सोमवार 'पोहा' वाले बयान को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को घेरा। उन्होंने कहा कि भगवा पार्टी के नेताओं को खान-पान की आदतों और पहनावे पर टिप्पणी करने का अधिकार किसने दिया? गौरतलब है कि विजयवर्गीय ने इंदौर में एक सम्मेलन में कहा था कि उन्हें संदेह है कि उनके घर पर काम करने वाले श्रमिकों में बांग्लादेशी भी थे, क्योंकि वे पोहा खा रहे थे। मजदूरों के खाने-पीने की आदत ने उनकी राष्ट्रीयता को लेकर संदेह पैदा किया है।