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प्रधानमंत्री मोदी के 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज को ममता ने बताया बिग जीरो

बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज को देश की जनता के साथ धोखा बताया है

By Vijay KumarEdited By: Published: Wed, 13 May 2020 07:07 PM (IST)Updated: Wed, 13 May 2020 08:43 PM (IST)
प्रधानमंत्री मोदी के 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज को ममता ने बताया बिग जीरो
प्रधानमंत्री मोदी के 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज को ममता ने बताया बिग जीरो

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को केंद्र पर बरसते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज को देश की जनता के साथ धोखा बताया है और कहा है कि यह एक बिग जीरो है। उन्होंने दावा किया कि आर्थिक पैकेज में राज्यों के लिए कुछ भी नहीं है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा राहत के कदमों का ऐलान के बाद ममता ने संवाददाता सम्मेलन में कहा,  'मंगलवार को जब पीएम ने 20 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा की तो लोगों को उम्मीद थी कि कुछ मिलेगा, राज्यों के हितों पर ध्यान दिया जाएगा, एफआरबीएम की सीमा बढ़ाई जाएगी लेकिन वित्त मंत्री की घोषणाओं के बाद पता चला कि सभी छले गए हैं, उन्हें कुछ नहीं मिला है। आर्थिक पैकेज महज धोखा है और इसमें राज्यों को कुछ नहीं मिला है।' ममता ने केंद्र सरकार पर संघीय व्यवस्था को ध्वस्त करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आर्थिक पैकेज के नाम पर कोविड संकट के समय लोगों को गुमराह कर रही है।

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उन्होंने कहा कि पैकेज में असंगठित क्षेत्र, सार्वजनिक व्यय और रोजगार सृजन के लिए कुछ भी नहीं है। राज्यों को आर्थिक व राजनीतिक रूप से नष्ट करने की कोशिश की जा रही है। ममता ने कहा कि जिस तरह माता-पिता बच्चों की परवरिश करते हैं, संघीय ढांचे में उसी प्रकार केंद्र राज्यों का संरक्षक है। राज्य एक मजबूत राष्ट्र के स्तंभ हैं लेकिन केंद्र मदद की बजाय संघीय ढांचे को खत्म कर रही है।

ममता ने जोर देकर कहा कि देश के सभी नागरिकों को 15 लाख रुपये देने का चुनावी जुमला की तरह केंद्र सरकार ने अब 20 लाख करोड़ रुपये का पैकेज देने की बात कहकर देश की जनता को गुमराह किया है। मुख्यमंत्री ने एक बार फिर कहा कि केंद्र के पास जो हमारा 52 हजार करोड़ रुपये बकाया है वह भी नहीं दे रहा है। कोविड संकट के लिए एक पैसा भी केंद्र ने नहीं दिया, सब कुछ राज्य को ही करना पड़ रहा है।

वहीं, राज्य के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने कहा कि 20 लाख करोड़ रुपये में 10 लाख करोड़ की योजनाएं पहले से ही चल रही हैं, और राज्यों को कुछ नहीं मिला है। दूसरी और ममता के इस बयान पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष ने कटाक्ष करते हुए कहा कि केंद्र ने सीधे ममता के हाथ में पैसा नहीं दिया इसीलिए वह बौखलाई हुई हैं, क्योंकि उन्हें कट मनी (कमीशन) नहीं मिल पाएगा।

पीएम मोदी पर तृणमूल सांसद का तंज

अपने बयानों से हमेशा सुर्खियों में रहने वाली तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार रात राष्ट्र के नाम संबोधन पर तीखी टिप्पणी की है। महुआ ने ट्वीट कर कहा कि पीएम मोदी के भाषणों में उत्तर कोरिया के पूर्व तानाशाह किम जोंग इल की झलक मिलती है।

महुआ ने लिखा, 'माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन सुना। मुझे उत्तर कोरिया के पूर्व तानाशाह किम जोंग इल की विचाराधारा 'जच' याद आ रही है।' उन्होंने आगे कहा कि 'जच' उत्तर कोरिया में शासन की एक कोर विचारधारा है। इसका मतलब है कि एक देश के रूप में उत्तर कोरिया को अलग और दुनिया से कटा हुआ होना चाहिए। इसे पूर्ण रूप से अपनी ताकत पर और देवता तुल्य एक नेता के सलाहों पर निर्भर होना चाहिए। 


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