विपक्ष ने कहा- बोलने को चाहिए दो दिन, सरकार बोली- वनडे के जमाने में टेस्ट खेलेंगे क्या
संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार बोले- यह वनडे का जमाना है
नई दिल्ली [ एजेंसी ]। लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर कार्यवाही शुरू होते ही लोकसभा में कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह आपत्ति जताई कि विपक्ष को बोलने के लिए बहुत कम वक्त दिया गया है। उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव को दूसरे दिन भी चलाया जा सकता है, लेकिन बोलने का मौका सबको पर्याप्त मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजद को महज एक मिनट समय आवंटित किया गया है। खड़गे ने कहा चर्चा को एक दिन की समय सीमा में बांधना उचित नहीं है। उनकी इस मांग पर विपक्ष ने भी सुर में सुर मिलाया। सदन विपक्ष के शोर से गूंज उठा। विपक्ष ने कहा कि सत्ता पक्ष से ज्यादा विपक्ष को बोलने का मौका मिलना चाहिए।
खड़गे के इस आपत्ति पर संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कहा कि खड़गे जी काफी अनुभवी हैं, इसलिए उन्हें पता होना चाहिए कि पहले भी कई बार एक दिन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि यह वनडे का जमाना है और विपक्ष पांच दिन का टेस्ट खेलने के लिए आतुर है। अनंत कुमार के इस बयान पर ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित कई सदस्यों ने अपनी आपत्ति दर्ज की। उन्होंने कहा कि यह क्रिकेट का मसला नहीं है।
इस मसले पर विपक्ष को शांत करते हुए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि कोई भी बहस अनंत नहीं चल सकती। अनंत और अनादि केवल भगवान होता है। उन्होंने विपक्ष के सदस्यों से कहा कि किसी को बोलने का वक्त की कमी होगी तो वो देखा जाएगा। वक्त तो वैसे भी आप लोग चुरा लेते हैं। फिलहाल यही व्यवस्था जारी रहेगी।
बता दें कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए कुल सात घंटे के समय में अध्यक्ष ने टीडीपी को बोलने के लिए 13 मिनट का समय दिया है। चर्चा की शुरुआत पार्टी की ओर से जयदेव गल्ला ने की। वह तीस मिनट से अधिक बोले। हालांकि, उनकी पार्टी को मात्र 13 मिनट ही बोलने के लिए दिया गया था।
दल के लिए नियत समय इस प्रकार है - भाजपा- 3 घंटे 33 मिनट, कांग्रेस- 38 मिनट, एआईएडीएमके- 29 मिनट, तृणमूल कांग्रेस- 27 मिनट, बीजू जनता दल- 15 मिनट, शिवसेना- 14 मिनट, टीडीपी- 13 मिनट, टीआरएस- 9 मिनट, सीपीअाई (एम) को 7 मिनट, सपा को 6 मिनट, एनसीपी को 6 मिनट तथा एलजेएसपी को सदन में बोलने के लिए 5 मिनट को मौका मिलेगा।