मल्लिकार्जुन खड़गे बोले- पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि, कृषि कानून, सहित कई मुद्दों पर प्रस्ताव हुए पारित
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कांग्रेस पार्टी ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि कृषि कानून लखीमपुर खीरी घटना जम्मू-कश्मीर की स्थिति अर्थव्यवस्था और कई अन्य मुद्दों पर चर्चा करने के साथ प्रस्तावों को पारित किया।
नई दिल्ली, एएनआइ। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि हाल ही सीडब्ल्यूसी की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई और प्रस्तावों को पारित किया गया है। उन्होंने कहा कि बैठक में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि, कृषि कानून, लखीमपुर खीरी घटना, जम्मू-कश्मीर की स्थिति, अर्थव्यवस्था, और कई अन्य मुद्दों पर चर्चा करने के साथ प्रस्तावों को पारित किया।
बता दें कि दो दिन पहले सीडब्लूयसी बैठक हुई थी। कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक के बाद केसी वेणुगोपाल ने जानकारी देते हुए कहा था कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के अध्यक्ष पद का चुनाव 21 अगस्त 2022 और 20 सितंबर 2022 के बीच आयोजित किया जाएगा। सीडब्ल्यूसी ने संगठनात्मक चुनावों के कार्यक्रम को मंजूरी दे दी है।
During the CWC meeting, we have discussed and passed resolutions on various issues like petrol-diesel price hike, farm laws, Lakhimpur Kheri incident, J&K situation, economy, and many more: Rajya Sabha LoP, Mallikarjun Kharge— ANI (@ANI) October 18, 2021
बैठक में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने भाजपा पर हमला करते हुए लखीमपुर खीरी की घटना का जिक्र करते कहा था कि संसद के रास्ते तीन काले कानूनों को जबरन लाया गया और अब लखीमपुर में भाजपा नेता के बेटे के कृत्य ने पार्टी की मानसिकता को जाहिर कर दिया है। इसके साथ ही पार्टी ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के साथ हो रहे बर्ताव को लेकर भी सवाल उठाते हुए पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा। कार्यसमिति ने राजनीतिक प्रस्ताव में पूर्वी लद्दाख में चीनी अतिक्रमण से लेकर जम्मू-कश्मीर में आंतरिक सुरक्षा की बढ़ी चुनौती के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए तीखे सवाल उठाए। साथ ही संघीय व्यवस्था पर प्रहार के लिए केंद्र को कठघरे में खड़ा करते हुए राज्यों के अधिकार पर अतिक्रमण को भी पार्टी ने बेहद गंभीर बताया है।सरकार पर देश में लोकतांत्रिक संस्थाओं और राजनीतिक विरोधियों की आवाज दबाने का आरोप लगाते हुए कार्यसमिति ने यह भी कहा है कि भारत अब लोकतांत्रिक नहीं बल्कि चुनावी तानाशाही वाला देश बन गया है। बेलगाम होती महंगाई को लेकर भी अलग प्रस्ताव पारित कर कांग्रेस ने सरकार को आडे़ हाथों लिया है।