महाराष्ट्र में शायराना हुई सियासत, सुरजेवाला बोले- मुझे मत देखो यूं उजाले में लाकर...
Maharashtra politics महाराष्ट्र में हुए उलटफेर के बाद कई नेताओं ने अपनी प्रतिक्रियां व्यक्त की है। इसी बीच कुछ नेताओं ने बड़े ही शायराना अंदाज में ट्वीट किए हैं।
नई दिल्ली, जागरण डेस्क। महाराष्ट्र की सियासत में जिस तरह का उलटफेर हुआ है इससे साफ है राजनीति को आजतक ना तो समझ पाया है और ना ही समझ पाएगा। 24 अक्टूबर को नतीजों की घोषणा करने के बाद से ही महाराष्ट्र में जो घमासान जारी था इसमें 23 नवंबर को नया मोड आ गया है। देवेंद्र फडणवीस के शनिवार सुबह मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही नेताओं की प्रतिक्रिया आने लगी है। कई नेताओं ने बड़े ही शायराना अंदाज में प्रतिक्रिया दी हैं।
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने लिखा मुझे मत देखो यूं उजाले में लाकर, सियासत हूं मैं, कपड़े नहीं पहनती। उन्होंने आगे लिखा इसे कहते हैं-: जनादेश से विश्वासघात, लोकतंत्र की सुपारी।
भारतीय जनता पार्टी के फायरब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शिवसेना पर तंज कसा और लिखा ज्यादा लोग और अहंकार नाश का कारण होता है। 'देख तमाशा देख'।
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने तो एक के बाद लगातार कई शायराना ट्वीट किए। उन्होंने राज इलाहबादी का शेर लिखा 'सबसे पहले उन्होंने लिखा 'कैसे कैसे हैं रहबर हमारे कभी इस किनारे, कभी उस किनारे'। फिर उन्होंने बशीर बद्र का शेर लिखा 'सियासत की अपनी अलग इक जबा है,लिखा हो जो इक़रार, इनकार पढ़ना'। इसके बाद उन्होंने एक फिल्मी गाने की लाइने साझा करते हुए लिखा वो जो कहते थे कि हम न होंगे जुदा,बेवफा हो गए देखते देखते।
गोड फादर फिल्म का डॉयलॉग शेयर करते हुए मिलिंद देवरा ने लिखा कि अपने दोस्तों को पास रखें और दुश्मनों को और पास