Maharashtra Political Crisis: सरकार पर मंडरा रहे खतरे के बीच जनता से बोले उद्धव ठाकरे, मैं मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख का पद छोड़ने को तैयार - 10 बड़ी बातें
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच फेसबुक लाइव में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं। मैं पार्टी के प्रमुख का पद भी छोड़ने के लिए तैयार हूं।
मुंबई, एजेंसी। महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच फेसबुक लाइव में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं। मैं पार्टी के प्रमुख का पद भी छोड़ने के लिए तैयार हूं। कोई दूसरा शिव सैनिक मुख्यमंत्री बनेगा तो मुझे कोई परेशानी नहीं है लेकिन मेरे सामने आकर कहे। कोई शिवसैनिक मेरे साथ गद्दारी न करे। उन्होंने शिंदे गुट को सामने आने के लिए कहा। आइये जानते हैं उद्धव ठाकरे के संबोधन की 10 बड़ी बातें।
- जिस वक्त कोरोना का संकट आया था, तब मेरे पास ज्यादा अनुभव नहीं था। तब जो भी सर्वे किए जा रहे थे, उसमें देश के टाप 5 मुख्यमंत्रियों में रहने का आशीर्वाद मुझे मिला था। हालांकि, आज मैं कोरोना नहीं बल्कि दूसरे मुद्दों को लेकर आया हूं।
-पिछले दिनों हमने राम मंदिर का दौरा किया था, उस दौरान तो एकनाथ शिंदे भी हमारे साथ थे। बालासाहेब ठाकरे की मृत्यु के बाद हमने 2014 का चुनाव अपने दम पर लड़ा और हिंदुत्व के मुद्दे पर ही सफलता हासिल की थी। शिवसेना और हिंदुत्व एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।
- शिवसेना हिन्दुत्व के बिना नहीं हो सकती। मैं अस्पताल से लगातार काम करता रहा। 2014 के बाद नई शिवसेना ने ही चुनाव जीता था। जनता की मदद से मुझे सीएम बनने का मौका मिला।
- कांग्रेस और एनसीपी एक बार कहे कि वो मुझे सीएम नहीं देखना चाहते, तो मैं मान सकता हूं। आज सुबह कमलनाथ और शरद पवार जी ने फोन किया और कहा कि उन्हें मुझपर भरोसा है। लेकिन अब मैं क्या करुं? जब कोई अपना ही ऐसा कहे कि मुझे सीएम बनते नहीं देखना चाहते।
- शरद पवार और सोनिया गांधी ने मेरी बहुत मदद की। 2019 में जब तीनों दल (शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस) एक साथ आए तो शरद पवार ने मुझसे कहा कि मुझे सीएम पद की जिम्मेदारी लेनी है।
-अगर एक भी विधायक मेरे मुहं पर आकर कहे तो मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं। यदि आप मुझे सीएम नहीं देखना चाहते हैं तो मेरे सामने कह सकते थे। इसके लिए सूरत जाने की क्या जरूरत थी। यदि गुवाहाटी गए विधायकों में से कोई भी आकर कहता है कि मुझे सीएम नहीं देखना चाहता तो तुरंत इस्तीफा दे दूंगा। जो भी कहना है, मेरे सामने आकर कहें।
-जिस भी विधायक को सीएम बनना है, मेरे सामने आकर बताए। मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए इच्छा नहीं रही, वर्षा बंगले से मातोश्री आज ही शिफ्ट हो रहा हूं।
- मैं चाहता हूं कि कोई शिवसैनिक ही सीएम बने। अगर किसी को ऐसा लगता है कि मैं सीएम न रहूं तो तुरंत पद छोड़ने के लिए तैयार हूं। बस एक बार मुझसे एक बार आकर मिले और कहे। मैं हर शिवसैनिक से यह कहना चाहता हूं। पिछले ढाई साल में मुझे जो प्यार मिला वो शायद ही कभी मिला होगा।
- कहावत है कि पेड़ को जिस कुल्हाड़ी से काटा जाता है, उसमें लकड़ी ही लगी होती है। वही स्थिति आज पैदा हुई है। यदि मेरे ही लोग मुझे सीएम नहीं देखना चाहते हैं तो फिर मैं क्या कर सकता हूं, यह सबसे बड़ा सवाल है।
- मेरे साथ जब तक शिवसेना के कार्यकर्ता हैं, तब तक किसी भी चुनौती से डरूंगा नहीं। यदि शिवसैनिकों को लगता है कि मैं शिवसेना का प्रमुख बनने लायक नहीं हूं तो मैं उसे भी छोड़ने के लिए तैयार हूं।
- यदि शिवसैनिकों को लगता है कि मैं शिवसेना का प्रमुख बनने लायक नहीं हूं तो मैं उसे भी छोड़ने के लिए तैयार हूं।