Maharashtra Government Formation: कांग्रेस के रुख पर टिका नई सरकार का भविष्य, शाम 4 बजे होगा बड़ा एलान
सोनिया गांधी के आवास पर कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक हुई। बैठक में महाराष्ट्र में सरकार बनाने और शिवसेना को समर्थन देने को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ।
नई दिल्ली, एजेंसी। महाराष्ट्र में भाजपा द्वारा सरकार बनाने से इनकार करने और शिवसेना द्वारा राज्य में अपने मुख्यमंत्री का दावा करने के बाद लोगों की नजर कांग्रेस पर टिकी है। शिवसेना को सरकार बनाने के लिए कांग्रेस-एनसीपी के समर्थन की जरूरत है और दोनों पार्टियों के नेता भी इस समर्थन के पक्ष में बोलते नजर आ रहे हैं। वहीं दिल्ली में सोनिया गांधी के आवास पर कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक हुई। बैठक में महाराष्ट्र में सरकार बनाने और शिवसेना को समर्थन देने को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ।
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस के 39 विधायकों के समर्थन का पत्र सोनिया गांधी को सौंपा है। इस बीच खड़गे ने बताया कि महाराष्ट्र के कांग्रेस नेताओं से बात करके ही कोई फैसला किया जाएगा। हमने आगे की चर्चा के लिए महाराष्ट्र के नेताओं को दिल्ली बुलाया है। शाम 4 बजे फिर से बैठक होगी। इसके बाद स्थिति स्पष्ट होगी।
सूत्रों ने बताया कि राकांपा प्रमुख शरद पवार सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि, महाराष्ट्र में पवार के नेतृत्व वाली पार्टी ने कहा कि शिवसेना को पहले भाजपा-नीत एनडीए से बाहर निकलना होगा, फिर उसको समर्थन देने पर कोई चर्चा होगी।
कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा- पार्टी नहीं चाहती राष्ट्रपति शासन
इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि पार्टी के नव-निर्वाचित विधायक राज्य में राजनीतिक रूख को लेकर आलाकमान से सलाह लेंगे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि हम जयपुर में हैं। हम मुद्दे पर यहां चर्चा करेंगे और भविष्य के राजनीतिक रूख पर सलाह लेंगे। पार्टी राज्य में राष्ट्रपति शासन नहीं चाहती है। चव्हाण ने कहा कि वह महाराष्ट्र में सरकार बनाने के पक्ष में हैं।
खरीद-फरोख्त के डर से जयपुर में ठहरें हैं कांग्रेस विधायक
इससे पहले, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों से मुलाकात कर राज्य की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की। अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण और बालासाहेब थोराट जैसे वरिष्ठ नेताओं सहित सभी 44 विधायक महाराष्ट्र में सरकार बनाने के गतिरोध के मद्देनजर खरीद फरोख्त का शिकार होने के डर से कांग्रेस शासित राजस्थान की राजधानी जयपुर के एक रिसॉर्ट में ठहरे हैं।
शिवसेना के पास शाम 7 बजे तक का समय
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने विधानसभा चुनाव में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी शिवसेना को सरकार बनाने का रविवार को न्योता दिया। सरकार बनाने से भाजपा के इनकार करने के कुछ घंटे बाद राज्यपाल ने यह कदम उठाया। राजभवन के एक अधिकारी ने बताया कि शिवसेना को सरकार बनाने पर 11 नवंबर शाम साढ़े सात बजे तक अपने रुख से राज्यपाल को अवगत कराना होगा।
जानें- चुनाव में किस पार्टी के पास कितनी सीटें
उल्लेखनीय है कि राज्य में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 105, शिवसेना को 56 सीटों पर जीत मिली। वहीं, विपक्षी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को क्रमश: 44 और 54 सीटों पर जीत मिली है।