Maharashtra Government: एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने पर विपक्षी नेताओं ने दी प्रतिक्रिया, जानिए किसने कहा महाराष्ट्र की नई सरकार को ED सरकार
टीएमसी के मुख्य प्रवक्ता सुखेंदु शेखर ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की और महाराष्ट्र में राजनीतिक घटनाक्रम को लोकतंत्र के लिए अशुभ संकेत करार दिया है। टीएमसी के मुख्य प्रवक्ता सुखेंदु शेखर रे ने कह महाराष्ट्र में जो हुआ वह लोकतंत्र के लिए एक अशुभ संकेत है।
दिल्ली, आइएएनएस : कांग्रेस ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर भाजपा पर हमला बोला है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि भाजपा ने धन और बाहुबल का नंगा प्रदर्शन कर एक और सरकार पर कब्जा कर लिया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि महाराष्ट्र में जो हुआ वह भारतीय लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है। 2014 से भाजपा लोगों की सेवा करने के बजाय राज्यों की चुनी हुई सरकारों को गिरा रही है। इस काम में राज्यपालों व विधानसभा अध्यक्षों के कार्यालय और ईडी व सीबीआइ जैसी एजेंसियों का खुलेआम दुरुपयोग किया जा रहा है। विधायकों की खरीद-फरोख्त बहुत मामूली बात हो गई है। उन्होंने कहा कि यह पार्टी चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कर सकती है। जब मतदाता इन्हें नकार देते हैं तो यह सरकार गिराने की साजिश रचने लगती है।
सुप्रिया सुले ने उठाए सवाल
रांकपा सांसद एवं शरद पवार की पुत्री सुप्रिया सुले ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के लिए 145 विधायकों की जरूरत होती है। एकनाथ शिंदे के पास तो इतने विधायक हैं नहीं। वह सरकार कैसे बचाएंगे..?
जानिए महाराष्ट्र की नई सरकार को पवन खेड़ा ने क्या कहा
कांग्रेस के मीडिया और प्रचार प्रभारी पवन खेड़ा ने भाजपा और शिवसेना बागी विधायकों के नेतृत्व वाली नई महाराष्ट्र सरकार को 'ईडी सरकार' कहा है। यह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के पहले नामों का संदर्भ है। पवन खेड़ा ने ट्वीट किया, "पेश है नई ईडी सरकार। #महाराष्ट्र।"
Introducing the new ED Sarkar. #Maharastra pic.twitter.com/fO9BSudnoE— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) June 30, 2022
समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार टीएमसी के मुख्य प्रवक्ता सुखेंदु शेखर ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की और महाराष्ट्र में राजनीतिक घटनाक्रम को 'लोकतंत्र के लिए अशुभ संकेत' करार दिया है। टीएमसी के मुख्य प्रवक्ता सुखेंदु शेखर रे ने कह, 'महाराष्ट्र में जो हुआ वह लोकतंत्र के लिए एक अशुभ संकेत है। लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार को अलोकतांत्रिक तरीकों से गिरा दिया गया ... यह एक खतरनाक प्रवृत्ति है। भाजपा द्वारा वित्तपोषित खरीद-फरोख्त की राजनीति चल रही थी। भाजपा का एजेंडा है हुक या क्रुक।