Move to Jagran APP

Maharashtra Crisis: अब महाराष्ट्र में कौन बनेगा प्रोटेम स्पीकर? इन नामों पर चर्चा

सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में यह भी कहा है कि प्रोटेम स्पीकर पहले विधायकों को शपथ दिलाएगा और उसके बाद शक्ति परीक्षण भी उसी की निगरानी में होगा।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Tue, 26 Nov 2019 12:57 PM (IST)Updated: Tue, 26 Nov 2019 12:57 PM (IST)
Maharashtra Crisis: अब महाराष्ट्र में कौन बनेगा प्रोटेम स्पीकर? इन नामों पर चर्चा
Maharashtra Crisis: अब महाराष्ट्र में कौन बनेगा प्रोटेम स्पीकर? इन नामों पर चर्चा

मुंबई, आईएएनएस। महाराष्ट्र की सियासी लड़ाई एक बार फिर तेज हो गई है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सभी राजनीतिक दल रणनीति बनाने में जुट गए हैं। शक्ति परीक्षण कल यानी 27 नवंबर को शाम 5 बजे तक कराया जाना है। खास बात है कि प्रोटेम स्पीकर ही सभी विधायकों को शपथ दिलाएंगे और फिर फ्लोर टेस्ट भी कराएंगे।प्रोटेम स्पीकर को सभी पार्टियां अपने व्हिप की जानकारी भी देंगी।

loksabha election banner

अब ऐसे में सवाल उठता है कि प्रोटेम स्पीकर कौन बनेगा। परंपरा के अनुसार, सदन के वरिष्ठतम सदस्य को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया जाता है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में यह भी कहा है कि प्रोटेम स्पीकर पहले विधायकों को शपथ दिलाएगा और उसके बाद शक्ति परीक्षण भी उसी की निगरानी में होगा। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति पर कोई शर्त भी नहीं रखी है। ऐसे में प्रोटेम स्पीकर की जिम्मेदारी अब अहम होगी।

प्रोटेम स्पीकर, आमतौर पर अस्थायी विधानसभा अध्यक्ष होता है जो चुनाव के बाद पहले सत्र में स्थायी अध्यक्ष या उपाध्यक्ष का चुनाव होने तक संसद या विधानसभा का संचालन करते हैं। प्रोटेम स्पीकर तब तक अपने पद पर बना रहता है जब तक सदस्य स्थायी अध्यक्ष का चुनाव न कर लें। आमतौर पर सदन के सबसे वरिष्ठ नेता को प्रोटेम स्पीकर चुना जाता है। फ्लोर टेस्ट के दौरान बहुमत के खेल में प्रोटेम स्पीकर का बड़ा रोल होता है।

किस दल से होगा प्रोटेम स्पीकर?

ऐसे में सवाल है किस दल के विधायक को यह जिम्मेदारी दी जाएगी? वैसे वरिष्ठता के आधार पर देखें तो कांग्रेस के बालासाहेब थोराट का पलड़ा भारी है और वह सदन में सबसे अनुभवी हैं। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में यह नहीं साफ किया है कि कौन प्रोटेम स्पीकर होगा। ऐसे में सबकुछ राज्यपाल कोश्यारी के फैसले पर निर्भर करेगा। पिछली कुछ बार से ऐसा देखा गया है कि जिस दल का प्रोटेम स्पीकर होता है, वही दल सत्ता की कुर्सी तक पहुंचा है। विधानसभा के नए सदस्यों को विधायक पद की शपथ दिलाने के लिए प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करने के लिए विधानमंडल ने राज्यपाल के पास छह वरिष्ठ सदस्यों के नामों का प्रस्ताव भेजा है। इनमें से किसी एक को राज्यपाल प्रोटेम स्पीकर चुनेंगे।

इन 6 नामों पर चर्चा

जिन 6 नेताओं के नामों पर चर्चा हो रही है उसमें राधाकृष्ण विखे पाटील, कालिदास कोलंबकर, बबनराव पाचपुते, बालासाहेब थोराट, केसी पाडवी और दिलीप वलसे पाटील शामिल हैं। बता दें कि प्रोटेम स्पीकर के लिए विधान मंडल चुने हुए नामों का सुझाव मुख्यमंत्री को देता है। इसके बाद मुख्यमंत्री राज्यपाल के सामने इन नामों की सिफारिश करते हैं। प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति राज्यपाल तय करते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.