Maharashtra Crisis: शिवसेना में क्यों हुई बगावत? संजय राउत बोले- जल्द करूंगा खुलासा
Maharashtra Political Crisis महाराष्ट्र में राजनीति उठापटक जारी है। एकनाथ शिंदे का कैंप लगातार मजबूत हो रहा है तो वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि 20 विधायक पार्टी के समर्थन में हैं। उन्होंने कहा कि बगावत को लेकर जल्द खुलासा होगा
नई दिल्ली, एएनआइ। महाराष्ट्र की सियासत में तेजी से घटनाक्रम बदल रहा है। शिवसेना के विधायकों में टूट और ज्यादा हो रही है तो वहीं, शिंदे कैंप लगातार मजबूत हो रहा है। बुधवार को एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के 37 विधायकों समेत 46 विधायकों के समर्थन का दावा किया था। इसके बाद से सात और विधायक पाला बदल चुके हैं जिससे शिंदे कैंप और ताकतवर हो गया है।
वहीं, शिवसेना नेता संजय राउत ने 20 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। गुरुवार को पत्रकारों के साथ बात करते हुए राउत ने दावा किया कि 20 विधायक शिवसेना के समर्थन में हैं।
...जल्द खुलासा करूंगा- राउत
राउत ने आगे कहा कि आज भी हमारी पार्टी मजबूत है। किस हालात और किस दबाव में उन लोगों ने हमारा साथ छोड़ा उसका खुलासा जल्द होगा। उन्होंने कहा कि जब विधायक मुंबई आएंगे तब इसका खुलासा होगा। जो ईडी के दबाव में पार्टी छोड़ता है वह बालासाहेब का भक्त नहीं हो सकता।
#WATCH | Assam: Rebel Maharashtra MLAs camping at Radisson Blu Hotel in Guwahati meet former MoS Home and Shiv Sena leader Deepak Kesarkar. pic.twitter.com/SoEQNt9sPZ— ANI (@ANI) June 23, 2022
गुवाहाटी के होटल में 42 विधायक मौजूद- सूत्र
सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि गुवाहाटी के रेडिसन ब्लू होटल में 42 विधायक ठहरे हुए हैं। ये सभी विधायक एकनाथ शिंदे के साथ हैं। सूत्रों ने बताया कि इनमें शिवसेना के 34 जबकि 8 निर्दलीय विधायक हैं।
उद्धव ठाकरे की भावुक अपील
इससे पहले बुधवार को सीएम उद्धव ठाकरे ने सामने आकर सियासी संकट पर अपनी बात रखी थी। उद्धव ने शिवसैनिकों से भावनात्मक अपील की और कहा कि वह न सिर्फ मुख्यमंत्री पद, बल्कि शिवसेना प्रमुख का पद भी छोड़ने को तैयार हैं, लेकिन हमारा कोई शिवसैनिक खुद मेरे सामने आकर मांगे। ठाकरे ने कहा कि मेरे मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद अगर कोई शिवसैनिक मुख्यमंत्री बनता है तो मुझे खुशी होगी। बाद में पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने स्पष्ट किया कि उद्धव मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे। अवसर मिला तो वह विधानसभा में बहुमत सिद्ध करके दिखाएंगे।