शिवराज की नई टीम में नहीं दिखेंगे पुराने चेहरे, कई दिग्गजों के नाम कटे; जानिए किन लोगों पर लटकी है तलवार
फिलहाल पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती भी यही है कि जिनका नाम कैबिनेट की सूची से बाहर हुआ है उन्हें कैसे मनाया जाए।
भोपाल, राज्य ब्यूरो। मध्य प्रदेश के शिवराज मंत्रिमंडल में इस बार कई पुराने चेहरे दिखाई नहीं देंगे। कई दिनों से चली आ रही सत्ता-संगठन की कवायद के बाद कई कद्दावर मंत्रियों के नाम संभावितों सूची से हटा दिए गए हैं। वहीं कई नए चेहरे इस बार कैबिनेट में पहली बार शामिल किए जा रहे हैं, जिनके माध्यम से भाजपा सत्ता में पीढ़ी परिवर्तन की शुरआत का संदेश देने जा रही है। फिलहाल पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती भी यही है कि जिनका नाम कैबिनेट की सूची से बाहर हुआ है, उन्हें कैसे मनाया जाए। प्रदेश संगठन ने इसकी कवायद भी प्रारंभ कर दी है। सभी लोगों को बुलाकर संगठन के नेता समझा रहे हैं।
इन लोगों पर लटकी है तलवार
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पिछली सरकार में मंत्री रहे रामपाल सिंह, संजय पाठक, राजेंद्र शुक्ल, विजय शाह, गौरीशंकर बिसेन, पारस जैन, अजय विश्नोई, जालम सिंह पटेल, सुरेंद्र पटवा और विश्वास सारंग के नाम पर तलवार लटकी हुई है। इनमें से ज्यादातर शिवराज के भरोसेमंद रहे हैं। जिन पर चल रहा मंथन जिन मंत्रियों को मंत्रिमंडल के दूसरे विस्तार में शपथ दिलाई जाना है,उनमें कई नए चेहरे भी शामिल हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक गिरीश गौतम, रामखिलावन पटेल, गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, चेतन्य काश्यप, मोहन यादव, विष्णु खत्री, उषषा ठाकुर, भारत सिंह कुशवाह, प्रेमसिंह पटेल, अरविंद भदौरिया, रामकिशोर कांवरे, हरीशंकर खटीक, अशोक रोहाणी और देवी सिंह सैय्याम या नंदिनी मरावी में से एक को नई टीम में लेने पर कई दौर की बातचीत हुई है।
सिंधिया कोटे से नौ मंत्री
पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कोटे से जिन लोगों के नाम अंतिम चरण में पहुंचे हैं, उनमें इमरती देवी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, महेंद्र सिंह सिसौदिया, बिसाहूलाल सिंह, एदल सिंह कंषाना, राज्यवर्द्धन सिंह दत्तीगांव के साथ रणवीर जाटव का नाम शामिल है।
25 मंत्री ले सकते हैं शपथ
भाजपा सूत्रों के मुताबिक दूसरे विस्तार में लगभग 25 मंत्री शपथ ले सकते हैं। फिलहाल कैबिनेट में मुख्यमंत्री सहित छह मंत्री हैं। मध्य प्रदेश में कुल 35 मंत्रियों को कैबिनेट में रखा जा सकता है। ऐसी संभावना है कि दो जुलाई को शपथ दिलाई जा सकती है।