मध्यप्रदेश में भाजपा नेताओं की हत्या से गरमाई सियासत, प्रदेशभर में प्रदर्शन
मध्यप्रदेश में पिछले कुछ दिनों में हुई पार्टी नेताओं की हत्या के बाद भारतीय जनता पार्टी सड़कों पर उतर आई है।
नई दिल्ली, जेएनएन। मध्यप्रदेश में पिछले कुछ दिनों में हुई पार्टी नेताओं की हत्या के बाद भारतीय जनता पार्टी सड़कों पर उतर आई है। भाजपा ने सोमवार को सभी जिला मुख्यालयों पर मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ प्रदर्शन किया और सरकार का पुतला फूंका।
बता दें कि पिछले पांच दिन में तीन भाजपा नेताओं की हत्या हो गई है। जिसके बाद प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकार को जल्द जांच पूरी करने और उचित कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं, मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इन हत्याओं की वजह पार्टी की आंतरिक कलह को बताया है।
पांच दिन में तीन हत्याएं
गौरतलब है कि 16 जनवरी को इंदौर के कमोडिटी व्यापारी संदीप तेल उर्फ संदीप अग्रवाल की शाम को आए शूटरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। कमोडिटी कारोबारी संदीप तेल की हत्या गैंगस्टर सुधाकर राव मराठा ने कबूल ली है। गैंगस्टर ने यह भी कबूला है कि उसे रोहित सेठी ने हत्या की सुपारी दी थी। उसके चार शूटरों के नाम भी सामने आ गए हैं। सुधाकर राव के भाजपा नेताओं से करीब रिश्ते बताए जाते हैं और माना जा रहा है कि आंतरिक कलह की वजह से ये हत्या हुई।
इसके बाद 17 जनवरी को मंदसौर नगरपालिका अध्यक्ष और भाजपा के कद्दावर नेता प्रहलाद बंधवार की हत्या हो गई। पुलिस ने वारदात में मनीष बैरागी को गिरफ्तार किया तो उसने हत्या की बात कबूल ली। आरोपित बैरागी ने खुद को लंबे वक्त तक भाजपा के लिए काम करने वाला बताया है।
वहीं, रविवार सुबह बलवाड़ी में भाजपा नेता मनोज ठाकरे की पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी गई। मामला प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन के जिले का है। हालांकि, देर रात हत्यारों का कोई सुराग नहीं लगा। घटना के बाद ठाकरे के जीजा ने बताया कि भाजपा में मनोज का कद बढ़ने लगा था इसीलिए राजनीतिक द्वेष के चलते भाजपा और कांग्रेस की साजिश के तहत ये हत्या हुई है। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक कार्यक्रम में मनोज की कुछ नेताओं से अनबन हुई थी।
शिवराज ने कहा- कानून व्यवस्था की स्थिति ध्वस्त
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'एक के बाद भाजपा नेताओं की हत्या होना गंभीर मसला है लेकिन कांग्रेस इसे सतही तौर पर लेकर क्रूर मजाक कर रही है। गृहमंत्री के जिले में सरेआम भाजपा के मंडल अध्यक्ष को मार दिया गया। सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। मंदसौर में भाजपा नेता की 25 हजार रुपये के लिए हत्या का तर्क गले से नहीं उतर रहा। किसी गहरे षड़यंत्र की आशंका है। इसकी सीबीआइ जांच होनी चाहिए।
गृहमंत्री ने कहा- सरकार बिना धैर्य खो रहे भाजपा के लोग
प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन ने इन हत्याओं के बारे प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा के लोग बिना सरकार के एक ही महीने में संयम खोने लगे हैं। एक ही पार्टी, एक ही विचारधारा के लोग साथ काम करते हुए इस तरह धैर्य खो रह हैं। मंदसौर में भाजपा नेता की हत्या में जिस तरह उन्हीं की पार्टी के करीबी लोगों का हाथ सामने आया है, इससे तो यही साबित रहा है। उन्होंने कहा कि बलवाड़ी के भाजपा नेता की हत्या के सुराग भी सामने आने दीजिए सब साफ हो जाएगा। इस हत्या में भी कोई करीबी होगा। 15 साल से प्रदेश की कानून व्यवस्था पटरी से उतरी हुई थी। अब हम इसे पटरी पर लाने का काम करेंगे।
कमलनाथ ने कहा-सरकार कर्तव्य का पूरी तरह पालन करेगी
प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, 'प्रदेश के हर नागरिक को सुरक्षा देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। भाजपा के अंतर्कलह के विवाद हों या अन्य कारण से सामने आए विवाद, सरकार कर्तव्य का पूरी तरह पालन करेगी। जिनके कार्यकाल में प्रदेश अपराधों में शीर्ष पर रहा, वो हमारी एक माह की सरकार को अपराध को लेकर कोस रहे हैं।'