सांसदों के लिए आनलाइन प्रजेंटेशन देंगे पद्म विजेता, विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय लोगों के योगदान से परिचित होंगे जनप्रतिनिधि
विभिन्न क्षेत्रों में अपने विशिष्ट योगदान के लिए पद्म पुरस्कारों से सम्मानित विभूतियां अब संसद सदस्यों के लिए 18 से शुरू करके 22 जनवरी तक आनलाइन प्रजेंटेशन देंगी। इस कार्यक्रम का आयोजन संसदीय लोकतंत्र शोध एव प्रशिक्षण संस्थान (प्राइड) की ओर से किया जा रहा है।
नई दिल्ली, एएनआइ। विभिन्न क्षेत्रों में अपने विशिष्ट योगदान के लिए पद्म पुरस्कारों से सम्मानित विभूतियां अब संसद सदस्यों के लिए 18 से शुरू करके 22 जनवरी तक आनलाइन प्रजेंटेशन देंगी। इस कार्यक्रम का आयोजन संसदीय लोकतंत्र शोध एव प्रशिक्षण संस्थान (प्राइड) की ओर से किया जा रहा है। यह जानकारी सोमवार को लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha speaker Om Birla) ने दी। जानकारी के अनुसार 20 पद्म पुरस्कार विजेता अपने-अपने विशेषज्ञता क्षेत्र पर पांच दिन तक आनलाइन प्रजेंटेशन देंगे।
एक प्रजेंटेशन की अवधि 45 मिनट की होगी। सत्र सुबह 10.30 से शुरू होकर दोपहर बाद 2.00 बजे तक चलेगा। अधिकृत सूचना के अनुसार संसद सदस्यों को देश के विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय पद्म पुरस्कार से सम्मानित सामाजिक कार्यकर्ताओं के योगदान से परिचित कराने के लिए यह पहल की है। उल्लेखनीय है भारत सरकार समाज के विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान के लिए हर साल चुनिंदा लोगों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित करती है।
लोकसभा अध्यक्ष (Lok Sabha speaker Om Birla) ने कहा कि जिन लोगों ने सामाजिक सेवा, मानव कल्याण, विज्ञान और कृषि क्षेत्र में विशिष्ट योगदान दिया है, उनके विचारों से संसद सदस्य लाभान्वित होंगे। जन प्रतिनिधि भी उनके साथ अपने अनुभव साझा करेंगे। इसके बाद हम देंखेगे कि दोनों पक्षों के अनुभवों से समाज का कल्याण कैसे किया जा सकता है।
इस कार्यक्रम में जो पद्म विजेता प्रजेंटेशन देंगे उनके नाम सुंदरम वर्मा, ट्रिनिटी सायू, राधामोहन एवं साबरमती, वेंकटेश्वर राव यदलापल्ली, भारत भूषण त्यागी, जेनाभाई दर्गाभाई पटेल, राहीबाई सोमा पोपरे, डा.रजनी कांत, बिमल कुमार जैन, एस.रामकृष्णन, जावेद अहमद टाक, डा.अनिल प्रकाश जोशी, हिम्मत राम भांभू, कल्याण सिंह रावत, रोमुलस व्हिटेकर, पोपटराव भागुजी, संत बलवीर सिंह सीचेवाल, मदुरई चिन्ना पिल्लई, और महेश शर्मा हैं।