Move to Jagran APP

कानून मंत्री ने कहा- जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की ढाल बन गया था अनुच्छेद-370

कानून मंत्री ने कहा कि हमें समझना चाहिए कि यह एक अस्थायी प्रावधान था और इसे देशहित में हटाया गया है। हम हमेशा देश और जम्मू-कश्मीर के लोगों की सुरक्षा के लिए प्रयास करते हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sat, 17 Aug 2019 07:39 PM (IST)Updated: Sat, 17 Aug 2019 07:39 PM (IST)
कानून मंत्री ने कहा- जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की ढाल बन गया था अनुच्छेद-370
कानून मंत्री ने कहा- जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की ढाल बन गया था अनुच्छेद-370

नागपुर, प्रेट्र। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शनिवार को कहा कि अनुच्छेद-370 आतंकियों और उनके संरक्षकों की ढाल बन गया था। सरकार ने देश के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर की जनता के हित में इस पर फैसला लिया है। वह महाराष्ट्र के नागपुर में राज्य कानूनी सेवा प्राधिकारियों की 17वीं अखिल भारतीय बैठक के उद्घाटन से इतर पत्रकारों से बात कर रहे थे।

loksabha election banner

जम्मू-कश्मीर प्रगति करे

कानून मंत्री ने कहा, 'हमें समझना चाहिए कि यह एक अस्थायी प्रावधान था और इसे देशहित में हटाया गया है। हम हमेशा देश और जम्मू-कश्मीर के लोगों की सुरक्षा के लिए प्रयास करते हैं। हम चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर प्रगति करे।'

अनुच्छेद-370 विकास में बाधक

उन्होंने कहा कि अनुच्छेद-370 के रहते न तो वहां भ्रष्टाचार निरोधक कानून लागू होता था, न ही बाल विवाह निषेध कानून। इतना ही नहीं सिर पर मैला ढोने की प्रथा आज भी वहां चल रही थी। आखिर यह कौन सा कश्मीर था? उन्होंने कहा कि स्थिति का जायजा लेने के बाद प्रशासन राज्य में आगे के उपाय करेगा।

पाक की किसी भी हरकत का कड़ा जवाब देंगे

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के इस बयान पर कि भारत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में बालाकोट जैसा हमला करने की तैयारी कर रहा है, प्रसाद ने कहा कि वह क्या कहते हैं हम इस पर ध्यान नहीं देते। हालांकि पाकिस्तान की ओर से कोई भी कार्रवाई करने पर कड़ा जवाब दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत अपनी सुरक्षा को लेकर सतर्क है और आतंकी गतिविधियों पर उचित जवाब दिया जाएगा।

यह भी पढें- अनुच्छेद 370 समाप्त होने से बौखलाया पाक, भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को कर रहा परेशान


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.