महिला आरक्षण बिल के साथ तीन तलाक, हलाला पर भी राहुल समर्थन दें: रविशंकर प्रसाद
कानून मंत्री ने महिला आरक्षण बिल के साथ तीन तलाक व हलाला मामलों पर भी कांग्रेस से समर्थन की अपील की है।
नई दिल्ली (एजेंसी)। महिला आरक्षण विधेयक पर कांग्रेस व भाजपा में ठन गई है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख मानसून सत्र में इस विधेयक को पारित करने का आग्रह किया जिसे भाजपा ने कांग्रेस व राहुल का ‘दोहरा रवैया’ करार दिया है। साथ ही कानून मंत्री रविशंकर ने पत्र का जवाब देते हुए कहा है कि महिला व उनके अधिकारों के साथ दो तरह का व्यवहार करना उचित नहीं है इसलिए आरक्षण के साथ तीन तलाक व हलाला मामले पर भी ध्यान दिया जाना जरूरी है। बता दें कि आज से शुरू मानसून सत्र 10 अगस्त को समाप्त हो जाएगा।
यूपीए सरकार पर हमला
रविशंकर प्रसाद ने महिला आरक्षण विधेयक की मियाद खत्म होने को लेकर भी पिछली संप्रग सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘सरकार पूरी तरह से समझना चाहेगी कि यूपीए सरकार द्वारा तीन सालों तक लोकसभा में बिल क्यों नहीं लाया गया और क्यों इसकी मियाद समाप्त होने दी गई।'
महिला आरक्षण के साथ तीन तलाक और हलाला भी
महिला आरक्षण मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पत्र का जवाब कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दिया है।उन्होंने राहुल गांधी को पत्र लिखकर महिला आरक्षण विधेयक के साथ तीन तलाक और हलाला मामले को भी जोड़ा है। केंद्रीय मंत्री ने लिखा कि राहुल तीन तलाक़ और हलाला पर भी सरकार का साथ दें। रविशंकर ने कहा कि महिला आरक्षण बिल, ट्रिपल तलाक और निकाह हलाला बिल के साथ ही पास होना चाहिए।
कांग्रेस दे अपना समर्थन
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सिर्फ महिला आरक्षण ही नहीं, तीन तलाक, हलाला और राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग पर भी दोनों राष्ट्रीय पार्टियां साथ आ सकती हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इनका समर्थन कर मिसाल कायम करे।
पीएम को राहुल का पत्र
कांग्रेस नेता ने अपने पत्र में कहा है कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान राज्यसभा द्वारा मार्च 2010 में पारित यह विधेयक लोकसभा में गत आठ वर्षो से अटका पड़ा है। राहुल ने कहा कि विधेयक में देश के शासन में परिवर्तन करने की क्षमता है। इसमें और अधिक देरी करने से यह 2019 लोकसभा चुनाव से पहले पारित नहीं हो पाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि वह 18 जुलाई से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र में महिला आरक्षण विधेयक को पारित कराएं।
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को पत्र में लिखा, ‘मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप संसद के मानसून सत्र में महिला आरक्षण विधेयक को पारित कराने में सहयोग करें'। उन्होंने कहा, 'भाजपा और सहयोगी दलों के पास लोकसभा में बहुमत है, ऐसे में इस ऐतिहासिक विधेयक को पारित कराने के लिए आपके सहयोग की जरूरत है। मैं आशा करता हूं कि इसमें अवरोध पैदा नहीं होगा'। राहुल गांधी ने लिखा था कि कांग्रेस इस विधेयक को पारित कराने में सरकार का पूरा सहयोग करेगी।'