छत्तीसगढ़ में कांग्रेसियों पर लाठीचार्ज को आइबी ने पुलिस की गलती माना
छत्तीसगढ़ में कार्यालय में घुसकर कांग्रेसियों पर लाठीचार्ज के लिए इंटेलिजेंस ब्यूरो (आइबी) ने अपनी रिपोर्ट में पुलिस को दोषी ठहराया है।
बिलासपुर (नईदुनिया)। छत्तीसगढ़ में कार्यालय में घुसकर कांग्रेसियों पर लाठीचार्ज के लिए इंटेलिजेंस ब्यूरो (आइबी) ने अपनी रिपोर्ट में पुलिस को दोषी ठहराया है। रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि यह पहली बार हुआ जब राज्य में किसी राजनीतिक दल के कार्यालय में पुलिस घुसी और बर्बर तरीके से कार्यकर्ताओं पर लाठियां बरसाईं।
सूत्रों के अनुसार आइबी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 18 सितंबर को दोपहर ढाई बजे एडिशनल एसपी नीरज चंद्राकर की अगुवाई में 100 से अधिक पुलिस के जवानों ने कांग्रेस भवन को चारों ओर से घेर लिया था। भवन के परिसर में भजन गा रहे कांग्रेसियों पर हमला बोल दिया गया। पहली लाठी एडिशनल एसपी ने ही चलाई । उसके बाद जवान कांग्रेसियों पर टूट पड़े थे। पुलिस के जवान और अफसर बदले की भावना से कार्रवाई करते नजर आए।
रिपोर्ट में इस बात का भी अंदेशा जाहिर किया गया था कि लाठीचार्ज की घटना के बाद विवाद की स्थिति बन सकती है। कांग्रेसी लामबंद हो रहे हैं। आइबी की आशंका भी सच साबित हुई । चर्चा तो इस बात की भी है कि आइबी की रिपोर्ट के बाद केंद्र सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। रिपोर्ट के आधार पर ही लाठीचार्ज की घटना को अंजाम देने वाले एडिशनल एसपी को बिलासपुर से पुलिस मुख्यालय में अटैच किया गया है।