लालू यादव के जेल नियमों की धज्जियां उड़ाने पर प्रशासन की लीपापोती, DSP ने जांच के नाम पर परखी सुरक्षा
Lalu Prasad Yadav लालू प्रसाद ने जेल मैनुअल को ताक पर रखते हुए गुरुवार को कई लोगों से मुलाकात की लेकिन इसपर कोई कार्रवाई या उस स्तर की जांच नहीं की गई।
खास बातें
- अधीक्षक बोले-तीन को मिलने की दी गई थी अनुमति, बुधवार को भी तेजस्वी ने की थी मुलाकात
- लालू के लिए निर्धारित जेल नियम के अनुसार शनिवार को तीन व विशेष परिस्थिति में परिवार के सदस्य कर सकते हैं मुलाकात
- दैनिक जागरण में खबर छपने के बाद सदर डीएसपी दीपक पांडेय ने लिया पेइंग वार्ड की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा
रांची, जासं। Lalu Prasad Yadav रिम्स के पेइंग वार्ड में इलाजरत लालू प्रसाद से गुरुवार को सात लोगों ने मुलाकात की है। जबकि जेल अधीक्षक के अनुसार मुलाकाती के लिए तीन लोगों को विशेष अनुमति दी गई थी। दैनिक जागरण में जेल मैनुअल की धज्जियां उड़ा लालू ने सजाया दरबार हेडिंग से खबर प्रकाशित की था। खबर छपने के बाद शुक्रवार को सदर डीएसपी दीपक पांडेय ने रिम्स के पेइंग वार्ड में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। करीब 12:30 बजे वे पेइंग वार्ड पहुंचे और सीधे पहले तल्ले पर चले गए। जहां उन्होंने सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों से बातचीत की। करीब 20 मिनट निरीक्षण के बाद वे पेइंग वार्ड से बाहर निकले।
दीपक पांडेय ने बताया कि रूटीन चेकअप के लिए निरीक्षण किया गया। इसके साथ ही लालू प्रसाद की सुरक्षा का जायजा भी लिया गया। उन्होंने बताया कि पेइंग वार्ड में तैनात कई पुलिसकर्मी चुनाव ड्यूटी में गए हुए थे। वे ड्यूटी पर वापस आए या नहीं इसकी भी जानकारी ली गई। उन्होंने बताया कि सुरक्षा में फिलहाल किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। बता दें कि लालू प्रसाद ने जेल मैनुअल को ताक पर रखते हुए गुरुवार को कई लोगों से मुलाकात की लेकिन इसपर कोई कार्रवाई या उस स्तर की जांच नहीं की गई।
शनिवार से पहले ही पूरे हो गए चार मुलाकाती
पेइंग वार्ड में लालू प्रसाद यादव ने शनिवार से पहले ही चार लोगों से मुलाकात कर ली। जबकि अबतक चलते आए नियम को देखें तो शनिवार को तीन व अन्य किसी दिन विशेष अनुमति से परिवार का कोई एक सदस्य मुलाकात कर सकता है।
उठते सवाल
- गुरुवार तक ही तीन मुलाकाती व विशेष परिस्थिति में भी परिजन कर चुके हैं मुलाकात, क्या शनिवार को फिर बदलेगा जेल मैनुअल?
- जेल अधीक्षक ने जब तीन मुलाकाती को दी विशेष अनुमति, बावजूद रजिस्टर में किसी का नाम दर्ज क्यों नहीं?
- हमेशा मुलाकात से पहले कराया जाता है मुलाकातियों से हस्ताक्षर, नियमों को ताक पर रखते हुए पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से हुआ यह काम।
यह भी पढ़ें : पुराने अंदाज में दिखे लालू, जेल नियमों की धज्जियां उड़ाकर सजाया सियासी दरबार; हेमंत ने भी की मुलाकात