कांग्रेस की स्थिति पर लाल बहादुर शास्त्री के बेटे ने व्यक्त की चिंता, कहा- पार्टी को एक गांधी की जरुरत
कांग्रेस की वर्तमान स्थिति पर लाल बहादुर शास्त्री के बेटे ने कहा कि कांग्रेस को गांधी परिवार का सदस्य की संभाल सकता है।
नई दिल्ली,एएनआइ। भारत के पूर्व प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री के बेटे, अनिल शास्त्री ने गुरुवार को कांग्रेस पार्टी पर वर्तमान संकट को लेकर चिंता व्यक्त की और कहा कि सबसे पुरानी पार्टी को अब एक 'गांधी' की जरूरत है। नहीं तो कांग्रेस का हाल भी क्षेत्रीय पार्टियों जैसे टीएमसी, एनसीपी जैसा हो जाएगा। राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में बनें नहीं रहना चाहते, पार्टी को वर्तमान में नेतृत्व संकट का सामना करना पड़ रहा है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रियंका गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए क्योंकि उनके अलावा कोई और 100 प्रतिशत स्वीकार्य नहीं होगा। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर किसी और को सुप्रीमो बनाया जाता है और संगठन का एक वर्ग उसे स्वीकार नहीं करता है, तो पार्टी के टूटने की संभावना है। देखें यहां ममता कांग्रेस (TMC), शरद पवार कांग्रेस (NCP), जगनमोहन कांग्रेस (वाईएसआरसी) है। इसलिए यदि कोई मजबूत नेतृत्व नहीं है, तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा यदि क्षेत्रीय कांग्रेस राज्यों में उभरती है।
प्रियंका गांधी के अलावा कोई और नहीं है जो अधिक स्वीकार्य होगा। मेरा यह भी मानना है कि वह पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को साथ ले जाने की क्षमता रखती है। उन्होंने कहा कि जनता के बीच भी उनकी कुछ खासियत है। तो एक शक्तिशाली नेता, जो सभी के लिए स्वीकार्य हो कांग्रेस को उसकी आवश्यकता है। अगर हम ऐसे व्यक्ति की तलाश कर रहे हैं, तो गांधी परिवार के सदस्यों के अलावा कोई नहीं है।
शास्त्री ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी की ऐसी स्थिति है कि गांधी परिवार के बिना इसके अस्तित्व पर सवालिया निशान लग जाएगा। " राहुल के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के 50 दिन बाद, लोकसभा चुनावों में अपमानजनक हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए। सबसे पुरानी पार्टी को अपना नया अध्यक्ष निर्धारित करना बाकी है। यह कहते हुए कि पार्टी को मजबूत नेतृत्व की आवश्यकता है, उन्होंने कहा कि कांग्रेस राहुल की भावनाओं का सम्मान करती है। मैं भी उनका सम्मान करता हूं। कांग्रेस पार्टी को नेतृत्व की आवश्यकता है। जिस स्थिति से कांग्रेस अभी गुजर रही है, मेरा मानना है कि पार्टी को जल्द से जल्द एक अध्यक्ष मिलना चाहिए।
जानकारी के लिए बता दें कि राहुल गांधी, जो अब केरल के वायनाड से सांसद हैं। 2017 में कांग्रेस अध्यक्ष बने। उन्होंने 25 मई को कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में अपने पद से हटने की पेशकश की। उन्होंने 17 वीं लोकसभा में पार्टी के खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी ली। लोकसभा चुनाव के दौरान कई राज्यों में पार्टी पर मंडरा रहे संकट को देखते हुए उन्होंने कहा कि चूंकि कोई नेतृत्व नहीं है, इसीलिए आप इस विघटन को देख रहे हैं। मुझे लगता है कि आने वाले समय में और भी विघटन होगा।
इसलिए, कांग्रेस को जल्द से जल्द एक नये अध्यक्ष का चुनाव करना चाहिए। वर्तमान में गोवा में कांग्रेस पूरी तरह से खत्म हो गई है। उसके 10 विधायक भाजपा के साथ हो गए हैं। इससे विधानसभा में कांग्रेस की ताकत पांच गुना कम हो गई है। इसी तरह, कर्नाटक में स्थिति पार्टी के लिए समान रूप से शर्मनाक है, क्योंकि जद (एस) के साथ उसकी गठबंधन सरकार को कठिन समय का सामना करना पड़ रहा है। राज्यपाल वजुभाई वाला ने गुरुवार को मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को पत्र लिखकर शुक्रवार दोपहर तक सदन में बहुमत साबित करने को कहा। असंतुष्ट विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस अल्पमत में आ गई।