लखीमपुर मामला: राष्ट्रपति कोविंद से मिलने का कांग्रेस ने मांगा वक्त, राहुल गांधी के साथ प्रतिनिधिमंडल में होंगे ये सात नेता
लखीमपुर खीरी मामले में कांग्रेस पूरी तरह से सरकार पर हमलावर है। मामले को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी लखीमपुर का दौरा भी कर चुके हैं। अब राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस का सात सदस्यीय दल राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द से मिलेगा।
नई दिल्ली, एएनआइ। लखीमपुर खीरी मामले में कांग्रेस पूरी तरह से सरकार पर हमलावर है। मामले को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी लखीमपुर का दौरा भी कर चुके हैं। अब राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस का सात सदस्यीय दल राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द से मिलेगा। इस लिए कांग्रेस ने समय मांगा है। रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस नेतृत्व राष्ट्रपति से मिलकर लखीमपुर खीरी कांड से जुड़े तथ्यों को उनके सामने रखना चाहता है। इसको लेकर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने राष्ट्रपति को पत्र लिखा है। इस दल में राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, एके एंटोनी, मल्लिकार्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद, केसी वेणुगोपाल व अधीर रंजन चौधरी शामिल रहेंगे।
Lakhimpur Kheri violence | Congress seeks appointment with President Ram Nath Kovind for a 7-member party delegation led by Rahul Gandhi to present a detailed memorandum of facts pic.twitter.com/0rXZW44gye
— ANI (@ANI) October 10, 2021
बता दें कि लखीमपुर मामले के मुख्य आरोपी आशीष मिश्र को पुलिस ने आखिरकार शनिवार रात को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें दो बार नोटिस भेजे जाने के बाद वह शनिवार को क्राइम ब्रांच के सामने पेश हुए थे। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस के आला अधिकारी आशीष मिश्र की दलीलों से संतुष्ट नहीं दिखे और वह यह साबित नहीं कर पाए कि घटना के वक्त आखिर वह कहां पर थे।
गौरतलब है कि 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी हिंसा में चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में मृतक किसान लवप्रीत सिंह के परिजनों से मुलाकात की थी। राहुल गांधी ने लखीमपुर के अपने दौरे से जुड़ा एक वीडियो जारी करते हुए शुक्रवार को कहा कि पीड़ितों को न्याय देना होगा। लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में प्रदर्शनकारी किसानों की मौत के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को मौके पर जाते समय हिरासत में लिया गया था और वह दो दिनों तक पुलिस की अभिरक्षा में थीं। इसके बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की थी।