लखीमपुर खीरी मामला : केंद्रीय मंत्री का राहुल गांधी पर निशाना, बोले- उनको नहीं पता होता वो क्या बोल रहे हैं
केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने गुरुवार को लखीमपुर खीरी कांड पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान को लेकर उनकी आलोचना की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी इतने बड़े नेता हैं लेकिन वह नहीं जानते कि वह क्या बोल रहे हैं और क्या नहीं।
नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने गुरुवार को लखीमपुर खीरी कांड पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान को लेकर उनकी आलोचना की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी इतने बड़े नेता हैं, लेकिन वह नहीं जानते कि वह क्या बोल रहे हैं और क्या नहीं। जब वे लोग (पीड़ित के परिवार) इससे सहमत हैं, तो कहने का क्या मतलब है कि न्याय की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि न्याय दिया जाएगा और पीड़ित परिवारों को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मुआवजा भी दिया गया है।
कौशल किशोर ने कहा कि पीड़ित परिवारों को इंसाफ जरूर मिलेगा। सरकार ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। प्रभावित परिवारों ने सरकार द्वारा उन्हें प्रदान की जाने वाली आर्थिक सहायता स्वीकार कर ली है। राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने मृतक पत्रकार रमन कश्यप के परिवार और मृतक किसान लवप्रीत सिंह के परिजनों से मुलाकात की।
इस दौरान राहुल ने कहा, ' वे दबाव बनाने और पीड़ितों के परिवारों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए लखीमपुर खीरी आए हैं।' इससे पहले राहुल गांधी ने दावा किया था कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से परिजन संतुष्ट नहीं हैं। वे अपराधी के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं। उन्हें न्याय चाहिए। हर कोई जानता है कि आरोपी कौन है। उत्तर प्रदेश पुलिस के अनुसार रविवार को हुई लखीमपुर खीरी की घटना में आठ लोगों की मौत हो गई।
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को कुछ किसानों ने मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के विरोध में जुलूस निकली थी। इस दौरान एक तेज रफ्तार गाड़ी से चार किसान कुचल गए। इस घटना से उग्र लोगों ने दो भाजपा कार्यकर्ताओं और ड्राइवर की पीट-पीटकर हत्या कर दी। एक पत्रकार की भी मौत हो गई। लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनियां कोतवाली क्षेत्र की यह घटना है। मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र व अन्य के खिलाफ आइपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत एफआइआर दर्ज की गई है। किसान नेताओं का कहना है कि आशीष उन कारों में से एक में सवार थे, जिनकी चपेट में आने से किसानों की मौत हुई। मंत्री ने इन आरोपों का खंडन किया है।