Koo Studio चुनावी हलचल- उत्तर प्रदेश विधानसभा में जीत के बाद कैसा होगा नए कैबिनेट का स्वरूप
योगी आदित्यनाथ के नए मंत्रिमंडल में कई ऐसे चेहरे हैं जो मंत्रिमंडल में अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। मंत्रिमंडल के गठन में कई सारे महत्वपूर्ण बिंदुओं को ध्यान में रखा जाता है। जैसे कि संगठन में कौन से नेता का कद कितना बड़ा है।
उत्तर प्रदेश में चल रहे विधानसभा चुनाव समाप्त हो चुके हैं और एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। जब भी नई सरकार बनती है तो उसके सामने नए मंत्रिमंडल के निर्माण की एक चुनौती रहती है। योगी आदित्यनाथ के नए मंत्रिमंडल में कई ऐसे चेहरे हैं जो मंत्रिमंडल में अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। मंत्रिमंडल के गठन में कई सारे महत्वपूर्ण बिंदुओं को ध्यान में रखा जाता है। जैसे कि संगठन में कौन से नेता का कद कितना बड़ा है, या फिर कौन सा नेता किस वर्ग का नेतृत्व करता है।
कोई भी संगठन किसी एक वर्ग को नाखुश नहीं करना चाहता। खास बात यह है कि उत्तर प्रदेश के वर्तमान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य खुद भी चुनाव हार गए हैं। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के पास नए मंत्रमंडल के गठन को लेकर कौन से विकल्प हैं व वो कौन से चेहरे हैं जो इस रेस में सबसे आगे हैं, इन सभी बातों पर देखिए आज के Koo Studio चुनावी हलचल में Jagran New Media के एग्जक्यूटिव एडिटर Pratyush Ranjan का खास विश्लेषण।
उत्तर प्रदेश में कुल 403 विधानसभा सीटें हैं व भारतीय संविधान के अनुसार किसी भी मंत्रिमंडल के सदस्यों की संख्या 15 प्रतिशत ही हो सकती है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में कुल 60 मंत्री हो सकते हैं। पिछली विधानसभा में लगभग सभी मंत्रालय भारतीय जनता पार्टी के पास ही थी। इस चुनाव में उत्तर प्रदेश सरकार के कुल 11 मंत्रियों को भी हार का सामना करना पड़ा है। ऐसे में नए मंत्रमंडल में निश्चित तौर पर कुछ नए चेहरे दिख सकते हैं। मंत्रिमंडल के गठन में जो दो प्रमुख नाम हैं स्वतंत्र देव सिंह व केशव प्रसाद मौर्य। जिसमें केशव प्रसाद मौर्य को हार के बाद भी संभावना है कि पार्टी में उनके कद को ध्यान में रखते हुए उन्हें पुनः उप मुख्यमंत्री बनाया जाए।
इसके अतिरिक्त और भी कई चेहरे हैं जिन्हे मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। जिस पर इस चुनावी हलचल के इस एपिसोड में चर्चा किया गया है। साथ ही नए मंत्रिमंडल के गठन व इस पूरे विधानसभा चुनाव पर विभिन्न राजनेताओं से लेकर आम जनता तक अपने विचार Koo कर रहे हैं। आइये ऐसे ही कुछ Koo पोस्ट पर नजर डालते हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने आज वर्तमान विधानसभा को भंग करने व नई विधानसभा के गठने के लिए राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को अपना इस्तीफा सौंपा व इस सफलता के लिए डबल इंजन की सरकार का स्वागत किया। साथ ही आगे विकास करते रहने की बात भी कही।
View attached media content - Yogi Adityanath (@myogiadityanath) 11 Mar 2022
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने हार के बाद भी सिराथू विधानसभा की जनता का धन्यवाद व्यक्त किया। उत्तर प्रदेश के एक कद्दावर जनप्रतिनिधि होने के नाते हार के बावजूद भी ये नई मंत्रिमंडल का चेहरा हो सकते हैं।
सिराथू विधानसभा क्षेत्र की जनता के फ़ैसले को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करता हूँ,एक एक कार्यकर्ता के परिश्रम के लिए आभारी हूँ, जिन मतदाताओं ने वोट रूपी आशीर्वाद दिया उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करता हूँ। - Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) 10 Mar 2022
साथ ही कई आम नागरिक ने भी Koo कर अपने विचार व्यक्त किए हैं। एक यूजर अनीश मंत्रिमंडल के गठन में जातिगत समीकरणों की भूमिका को बेहद अहम बताते हैं।
मंत्रीपरिषद में जातिगत समीकरणों की भूमिका बेहद अहम होती है। जाति की संख्या के आधार पर मंत्रालय का प्रभार बंटेगा ये हर राज्य की बात है। - Anish (@._anish_.) 13 Mar 2022
इसके अतिरिक्त और भी कई यूजर ने अपने विचार Koo पर व्यक्त किया। साथ ही इस शो में और भी कई महत्वपूर्ण बिंदुओं का विश्लेषण किया गया जिसे आप यहां पर देख सकते हैं।
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