केरल में मछुआरों से बातचीत करने पहुंचे राहुल गांधी, मछुआरों के लिए मंत्रालय बनाने का 'चुनावी वादा'
केरल में अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के दौरे पर गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज कोल्लम जिले में मछुआरों से बातचीत करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मछुआरों से वादा किया कि सरकार में वापस आने पर वह मछुआरों के लिए अलग से मंत्रालय बनाएंगे।
कोल्लम[केरल], एएनआइ। केरल में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसको लेकर राहुल गांधी इनदिनों केरल के दौरे पर हैं। कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी आज यहां मछुआरों से बातचीत करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मछुआरों से वादा किया कि वह सरकार में आने पर मछुआरों के लिए अलग से एक मंत्रालय बनाएंगे। राहुल गांधी कोल्लम के थांगस्सेरी समुद्र तट पर मछुआरों के साथ बातचीत करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल, रमेश चेन्निथला और मुल्लापल्ली रामचंद्रन भी उनके साथ मौजूद थे।
राहुल गांधी ने मछुआरों से बातचीत करते हुए कहा कि जैसे हमारे किसान जमीन पर खेती करते हैं, वैसे ही आप समुद्र में खेती करते हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में किसानों के पास मंत्रालय है, लेकिन आपके पास नहीं है। दिल्ली में आपके लिए कोई नहीं बोलता। इस दौरान राहुल ने कहा कि पहली चीज जो मैं करूंगा वो है भारत के मछुआरों को समर्पित एक मंत्रालय बनाना ताकि आपके मुद्दों का बचाव और संरक्षण हो सके।
राहुल के बयान पर हंगामा
राहुल गांधी ने तिरुअनंतपुरम में एक सभा में कहा, 'पहले के 15 साल मैं उत्तर भारत से सांसद था। मुझे वहां दूसरे तरह की राजनीति का सामना करना पड़ता था। केरल आना मेरे लिए ताजगी भरा रहा, क्योंकि यहां के लोग मुद्दों की राजनीति करते हैं और सिर्फ सतही नहीं, बल्कि मुद्दों की तह तक जाते हैं।'राहुल गांधी के इस बयान को भाजपा नेताओं ने उत्तर भारतीयों का अनादर बताया है।
भाजपा नेताओं ने किया हमला
भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी को अवसरवादी करार दिया। भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कहा कि बांटो और राज करो की राजनीति काम नहीं करेगी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी कांग्रेस नेता पर प्रहार करते हुए कहा कि एहसान फरामोश बताया। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि भारत एक, किसी क्षेत्र को नीचा दिखाना ठीक नहीं।