कर्नाटक के मंत्री ने कहा- सरकार ठीक से कामकाज नहीं कर पा रही, सीएम बोम्मई ने किया डैमेज कंट्रोल
Karnataka Politics मधुस्वामी इस विवादित बयान में एक सामाजिक कार्यकर्ता की शिकायत पर मंत्री सोमाशेखर के कोई कार्रवाई नहीं करने पर अपनी असमर्थता जता रहे थे। इतना ही नहीं फोन काल पर मधुस्वामी और भास्कर के बीच की बातचीत वायरल हो गई है।
बेंगलुरु, एजेंसी। कर्नाटक के कानून व संसदीय मामलों के मंत्री जेसी मधुस्वामी ने आरोप लगाया कि सरकार ठीक से कामकाज नहीं कर पा रही है। और वह जैसे-तैसे स्थिति को संभाल रहे हैं। राज्य सरकार के मंत्री के प्रशासन को शर्मिदा करने के बाद मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने मंगलवार को डैमेज कंट्रोल करते हुए कहा कि उनके मंत्री ने यह टिप्पणी एक अलग संदर्भ में की थी। यह जानकारी समाचार एजेंसी पीटीआई ने दी।
वीएसएसएन बैंक की शिकायत के खिलाफ सामाजिक कार्यकर्ता भास्कर को जेसी मधुस्वामी ने बताया कि हम यहां कोई सरकार नहीं चला रहे हैं। हम केवल अगले 7-8 महीनों के लिए स्थितियों को संभाल रहे और खींच रहे हैं। कर्नाटक के मंत्री जेसी मधुस्वामी के इस बयान पर उनके कुछ कैबिनेट सहयोगियों ने आलोचना भी की है। इनमें से एक बागवानी मंत्री मुनिरत्ना ने उन्हें विभाग छोड़ने तक की धमकी दे दी।
उन्होंने कोलर में कहा कि मधुस्वामी को ऐसे बयान देने से पहले अपने मंत्रालय से इस्तीफा दे देना चाहिए। एक अन्य मंत्री एसटी सोमाशेखर ने भी मधुस्वामी के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह उनकी ही आवाज है और यह बात एकदम गलत है।
मधुस्वामी और भास्कर के बीच की बातचीत हुई वायरल
दरअसल, मधुस्वामी इस विवादित बयान में एक सामाजिक कार्यकर्ता की शिकायत पर मंत्री सोमाशेखर के कोई कार्रवाई नहीं करने पर अपनी असमर्थता जता रहे थे। इतना ही नहीं, फोन काल पर मधुस्वामी और भास्कर के बीच की बातचीत वायरल हो गई है। सोमाशेखर ने भी पलटवार करते हुए कहा कि मधुस्वामी समझते हैं कि वह अकेले बुद्धिमान व्यक्ति हैं। उन्हें पहले यह बात अपने दिमाग से निकाल देनी चाहिए।
इस मुद्दे पर अन्य मंत्रियों से भी कर रहे हैं बातचीत: बोम्मई
कर्नाटक के कानून व संसदीय मामलों के मंत्री जेसी मधुस्वामी के विवादास्पद बयान से हुई सरकार की किरकिरी के बाद मुख्यमंत्री बोम्मई ने हालात को संभालने की कोशिश में कहा कि वह इस मुद्दे पर अन्य मंत्रियों से भी बातचीत कर रहे हैं। बोम्मई ने संवाददाताओं को सफाई देते हुए कहा कि मधुस्वामी अपनी बात किसी और संदर्भ में कह रहे थे। इसे गलत अर्थ में लेने की जरूरत नहीं है। वह उनसे बात करेंगे।