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Karnataka Floor Test: विधानसभा में विश्‍वासमत को लेकर मामला लटकाने की कोशिश

विधानसभा अध्यक्ष ने बागी विधायकों से मंगलवार को उनके कार्यालय में मिलने के लिए कहा है। देर शाम तक विश्वास मत पर फैसला होने की संभावना नहीं दिख रही थी।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Mon, 22 Jul 2019 09:43 PM (IST)Updated: Mon, 22 Jul 2019 09:54 PM (IST)
Karnataka Floor Test: विधानसभा में विश्‍वासमत को लेकर मामला लटकाने की कोशिश
Karnataka Floor Test: विधानसभा में विश्‍वासमत को लेकर मामला लटकाने की कोशिश

 बेंगलुरु, प्रेट्र। कनार्टक विधानसभा में सोमवार को भी राजनीतिक ड्रामा जारी रहा। विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश ने सरकार को हर हाल में विश्वास मत की प्रक्रिया पूरी करने की प्रतिबद्धता की याद दिलाई, लेकिन कांग्रेस ने जोर दिया कि बागी विधायकों के इस्तीफे पर फैसला लिए जाने तक मतदान नहीं कराया जाए। विधानसभा अध्यक्ष ने बागी विधायकों से मंगलवार को उनके कार्यालय में मिलने के लिए कहा है। देर शाम तक विश्वास मत पर फैसला होने की संभावना नहीं दिख रही थी।

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कांग्रेस और जदएस के विधायकों के इस्तीफा देने और दो निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के बाद संकट का सामना कर रहे मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने गुरुवार को विधानसभा में विश्वास मत पेश किया। शुक्रवार को भी फैसला नहीं हो पाया था। सत्ताधारी गठबंधन ने राज्यपाल वजुभाई वाला द्वारा तय की गई दो समयसीमा को नजरअंदाज किया। विधानसभा अध्यक्ष ने सरकार से सोमवार को प्रक्रिया पूरी करने की प्रतिबद्धता लेने के बाद कार्यवाही स्थगित की थी।

सत्ता पक्ष द्वारा मतदान पर और समय लेने के प्रयास में जुटे होने की रिपोर्ट के बीच रमेश ने साफ किया कि विश्वास मत पर और देरी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'हम सार्वजनिक जीवन में हैं। लोग हमें देख रहे हैं। चर्चा के नाम पर यदि यह राय बनती है कि हम समय जाया कर रहे हैं तो वह मेरे या किसी और के लिए अच्छा नहीं होगा।'

कांग्रेस नेता और वरिष्ठ मंत्री कृष्ण ब्यारे गौड़ा ने कहा कि इस्तीफे पर विधानसभा अध्यक्ष का फैसला होने तक मतदान करना विश्वास मत प्रक्रिया की शुचिता समाप्त कर देगा। उन्होंने कहा, 'हम एक असामान्य स्थिति में हैं। मैं आसन से पहले इस्तीफा पर फैसला लेने का आग्रह करता हूं। इसके बिना विश्वास मत का औचित्य नहीं रह जाएगा। क्या इस्तीफा स्वैच्छिक और जायज है? क्या वे लोकतंत्र के खिलाफ नहीं हैं?'

भाजपा को संदेह है कि कांग्रेस-जदएस सरकार बागी विधायकों को वापस बुलाने का समय लेने के लिए देरी कर रही है। भाजपा के वरिष्ठ नेता जगदीश शेट्टार और मधुस्वामी ने विधानसभा अध्यक्ष से कहा कि सोमवार को ही विश्वास मत प्रक्रिया पूरी हो जानी चाहिए और बहस को अंतहीन नहीं बनाया जाए।

विधायक दल के नेता जारी कर सकते हैं व्हिप
विधानसभा अध्यक्ष ने व्यवस्था दी कि विधायक दल के नेता को व्हिप जारी करने का अधिकार है। यदि कोई शिकायत उनके पास पहुंचती है तो वह नियमों का पालन करते हुए फैसला लेंगे। उन्होंने कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्दरमैया के व्यवस्था के सवाल पर यह कहा।

राष्ट्रपति शासन लागू करें या सरकार बर्खास्त हो : शिवसेना
भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने कहा कि मुख्यमंत्री कुमारस्वामी को इस्तीफा सौंप देना चाहिए। वह विधानसभा में बहुमत खो चुके हैं। पार्टी ने केंद्र से या तो राज्य की कांग्रेस-जदएस सरकार को बर्खास्त करने या राष्ट्रपति शासन लागू करने को कहा।


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