Karnataka Crisis: शक्ति परीक्षण से पहले रणनीति बनाने में जुटे राजनीतिक दल
Karnataka Crisis कर्नाटक में जदएस-कांग्रेस सरकार के सोमवार को होने वाले शक्ति परीक्षण से पहले राजनीतिक पार्टियां गुपचुप तरीके से रणनीति बनाने में जुटी हुई हैं।
बेंगलुरु, प्रेट्र। Karnataka Crisis कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली 14 माह पुरानी जदएस-कांग्रेस सरकार के सोमवार को होने वाले शक्ति परीक्षण से पहले राजनीतिक पार्टियां गुपचुप तरीके से रणनीति बनाने में जुटी हुई हैं। राज्यपाल वजुभाई वाला की ओर से मुख्यमंत्री कुमारस्वामी को दो बार दी गई समयसीमा की अनदेखी करके शुक्रवार को विधानसभा की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई थी।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीएस येद्दयुरप्पा ने शनिवार को अपने पार्टी विधायकों से मुलाकात की और उनके साथ सोमवार को विधानसभा में अपनाई जाने वाली रणनीति पर विचार-विमर्श किया। येद्दयुरप्पा ने कहा, 'हमारी मांग है कि अगर आपके पास बहुमत है तो साबित कीजिए, नहीं तो इस्तीफा दीजिए और जाइए। इस्तीफा न देकर वे समय बर्बाद कर रहे हैं। शायद उन्हें भ्रम है कि सोमवार को उन्हें सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल जाएगी।' उनका इशारा कुमारस्वामी और कांग्रेस की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका की ओर था।
इस बीच, मुंबई में ठहरे कांग्रेस-जदएस के बागी विधायक इस्तीफों को लेकर अपने रुख पर कायम हैं। वहीं, मुख्यमंत्री कुमारस्वामी, उपमुख्यमंत्री जी. परमेश्वर और मंत्री डीके शिवकुमार ने शनिवार को आगे की रणनीति पर मंत्रणा की। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा और इस्तीफा वापस लेने वाले कांग्रेस विधायक रामलिंगा रेड्डी ने भी ताजा राजनीतिक हालात पर विचार-विमर्श किया।
इसके अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने भी रविवार शाम विधायक दल की बैठक बुलाई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव ने साफ किया है कि विश्वास प्रस्ताव पर सोमवार को ही मतदान कराया जाएगा।
इस बीच, चर्चा है कि ज्योतिषियों ने कुमारस्वामी को विश्वास प्रस्ताव पर सोमवार के बजाय मंगलवार को मतदान कराने की सलाह दी है, लेकिन जदएस प्रवक्ता रमेश बाबू ने इससे इन्कार किया है।