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Karnataka Crisis: निर्दलीय विधायक एच नागेश की समर्थन वापसी से भाजपा के पक्ष में समीकरण

Karnataka Crisis कर्नाटक में अब तक 14 विधायकों ने कांग्रेस-जेडीएस सरकार का साथ छोड़ दिया है। बदले सियासी परिदृश्‍य में देखें तो आंकड़े भाजपा के पक्ष में जाते हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Mon, 08 Jul 2019 03:11 PM (IST)Updated: Mon, 08 Jul 2019 03:12 PM (IST)
Karnataka Crisis: निर्दलीय विधायक एच नागेश की समर्थन वापसी से भाजपा के पक्ष में समीकरण
Karnataka Crisis: निर्दलीय विधायक एच नागेश की समर्थन वापसी से भाजपा के पक्ष में समीकरण

नई दिल्‍ली/बेंगलुरू, एजेंसी। Karnataka Crisis कर्नाटक में सियासी उठा पटक के बीच कांग्रेस के 21 मंत्रियों ने अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया है। वहीं राज्‍य के मंत्री एवं निर्दल विधायक एच नागेश (H Nagesh) ने भी मंत्री पद से इस्‍तीफा देने के साथ मौजूदा गठबंधन सरकार से समर्थन वापस लेने की घोषणा की है। अब सरकार का साथ छोड़ने वाले विधायकों की संख्‍या 14 हो गई है। अब तक कांग्रेस-जेडीएस के 13 विधायक विधानसभा अध्‍यक्ष को अपना इस्‍तीफा सौंप चुके हैं।

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यदि सभी बागी विधायकों के इस्‍तीफे स्‍वीकार कर लिए जाते हैं तो विधानसभा में कांग्रेस-जेडीएस सत्‍तारूढ़ गठबंधन के पास विधायकों की संख्‍या 104 रह जाएगी और मौजूदा सरकार अपना बहुमत खो देगी। ऐसा हुआ तो मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी (HD Kumaraswamy) की 13 माह पुरानी गठबंधन सरकार बहुमत खो देगी। भाजपा के पास विधानसभा में कुल 105 सदस्य हैं। एच नागेश (H Nagesh) ने भी उसे समर्थन का एलान किया है। इससे भाजपा का आंकड़ा 106 तक पहुंच गया है जो नए समीकरण में विधायकों की मौजूदा संख्या के हिसाब से सरकार गठन के लिए जरूरी है। ऐसे में सरकार बनाने का अंकगणित भाजपा के साथ है। माना जा रहा है कि बदले परिदृश्‍य में भाजपा सरकार बनाने की कोशिश कर सकती है।

जब तक बागी विधायकों के इस्‍तीफे स्‍वीकार नहीं किए जाते तब तक 224 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ गठबंधन के 117 विधायक माने जाएंगे। इनमें विधानसभा अध्‍यक्ष के अलावा कांग्रेस के 78 विधायक, जदएस के 37 विधायक, बसपा का एक विधायक और एक निर्दलीय विधायक शामिल है। पहले कांग्रेस-जेडीएस सरकार के पास 118 विधायकों का समर्थन प्राप्त था। कर्नाटक भाजपा के अध्यक्ष बीएस येद्दयुरप्पा भी सरकार बनाने के संकेत दे चुके हैं। उन्‍होंने रविवार को कहा था कि हम कोई संन्यासी नहीं हैं। विधायकों के इस्तीफे पर स्पीकर के फैसले के बाद पार्टी केंद्रीय नेतृत्व के साथ विचार-विमर्श कर कोई फैसला करेगी।

अब नजरें विधानसभा अध्‍यक्ष के फैसले पर जाकर टिक गई हैं। विधानसभा अध्‍यक्ष रमेश कुमार ने शनिवार को कहा था कि सरकार गिर जाएगी या बरकरार रहेगी, इस बारे में विधानसभा में फैसला होगा। विधानसभा का सत्र 12 जुलाई से शुरू हो रहा है। कांग्रेस ने नौ जुलाई को विधायक दल की बैठक बुलाई है और इसमें शामिल नहीं होने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। वहीं मुख्‍यमंत्री एवं जेडीएस नेता कुमारस्‍वामी (HD Kumaraswamy) ने दावा किया है कि इस संकट को सुलझा लिया गया है। यह सरकार सुचारु रूप से चलेगी। ऐसे में असल तस्‍वीर आने वाले दिनों में होने वाले फैसलों से ही साफ हो पाएगी।  


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