Karnataka crisis: मंत्रियों के इस्तीफे दिलाकर कर्नाटक सरकार ने चला आखिरी दांव, जानिए- बहुमत का गणित
Karnataka crisis सरकार बचाने के लिए कांग्रेस और जदएस ने अपने-अपने मंत्रियों के इस्तीफे दिलवाकर आखिरी दांव चला है। सीएम एचडी कुमारस्वामी ने दावा किया कि उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है।
बेंगलुरु, प्रेट्र/आइएएनएस। कर्नाटक की कांग्रेस-जदएस गठबंधन सरकार अपनी अंतिम सांसें गिन रही है। हालांकि सरकार बचाने के लिए कांग्रेस और जदएस ने अपने-अपने मंत्रियों के इस्तीफे दिलवाकर आखिरी दांव चला है। मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने दावा किया कि उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है। मालूम हो कि गठबंधन के 13 और एक निर्दलीय विधायक ने इस्तीफा दे दिया है। ये सभी विधायक पहले मुंबई और फिर सोमवार को गोवा चले गए।
पल-पल बदलते घटनाक्रम के बीच कुमारस्वामी रविवार को अपना अमेरिका दौरा बीच में छोड़कर लौट आए। सरकार बचाने की कोशिशों के तहत ही गठबंधन के मंत्रियों के इस्तीफे भी दिलाए गए। ताकि नाराज विधायकों को यह संदेश दिया जा सके कि उन्हें मंत्रिमंडल में समायोजित किया जा सकता है। 13 बागी विधायकों के इस्तीफों पर विधानसभा अध्यक्ष केआर राकेश कुमार मंगलवार को फैसला करेंगे। कुमारस्वामी का कहना है कि संकट को सुलझा लिया जाएगा। चिंता करने की जरूरत नहीं है। उनकी सरकार आराम से चलेगी।
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से जारी बयान के अनुसार, 21 कांग्रेस मंत्रियों की तरह जदएस के सभी मंत्रियों ने भी इस्तीफा दे दिया है। कैबिनेट का जल्द ही नए सिरे से गठन होगा। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस-जेडीएस नेताओं के बीच मंथन के बाद तय हुआ कि असंतुष्ट विधायकों को अपने साथ लाने के लिए पहले सभी मंत्रियों का इस्तीफा कराया जाए और फिर बाद में बागियों को मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया जाए। इसी रणनीति के तहत सोमवार को कांग्रेस के सभी मंत्रियों ने स्वैच्छिक रूप से त्यागपत्र दे दिया है।
बहुमत का गणित
कुमारस्वामी के लिए 10 कांग्रेस विधायकों को मनाना पहली प्राथमिकता है, क्योंकि अगर वह इसमें कामयाब रहते हैं तो संख्याबल का पलड़ा फिर गठबंधन सरकार के पक्ष में झुक जाएगा। जदएस के तीन विधायक अगर नहीं भी मानते हैं तो 224 सदस्यों वाले सदन में बहुमत का जादुई आंकड़ा 111 रहेगा, जिसे कुमारस्वामी बागियों की बदौलत हासिल कर सकते हैं।
फिलहाल भाजपा बढ़त की स्थिति में है। निर्दलीय विधायक एच. नागेश के मंत्रिमंडल से इस्तीफे के बाद भाजपा के समर्थन में 106 विधायक हैं। अगर 13 विधायकों को कांग्रेस और जदएस मनाने में नाकाम रहते हैं तो सभी का इस्तीफा मंजूर होने के बाद सदन में बहुमत के लिए 106 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी जो भाजपा के पास है।
कांग्रेस मंत्रियों ने स्वेच्छा से दिया इस्तीफा
कर्नाटक कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्दरमैया के मुताबिक, मंत्रियों ने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है ताकि अन्य लोगों को मौका दिया जा सके। सरकार में पूरी तरह से बदलाव होगा, लेकिन हमारी सरकार चलती रहेगी। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, इस्तीफा देने वाले मंत्रियों को हम धन्यवाद व्यक्त करते हैं।